Prayagraj: यूपी के प्रयागराज में बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल पर जानलेवा हमला हुआ। जिसके बाद इलाज के दौरान उमेश की मौत हो गई। इसी के साथ उनके एक गनर की भी मौत हो गई। जबकि दूसरा गनर अस्पताल में भर्ती है। हमले की यह घटना संगम की नगरी प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में हुई।
दरअसल, उमेश की सुरक्षा में दो पुलिसकर्मी तैनात थे। बदमाशों ने उमेश पाल और सुरक्षाकर्मियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। हमले के बाद देसी बमों से भी हमला किया गया। कहा जा रहा है कि कोर्ट से वापस आने के बाद अपने घर के पास जैसे ही उमेश पाल पहुंचे, वैसे ही बदमाशों ने पहले तो उनकी कार पर गोलियों से हमला कर दिया। वहीं दूसरी ओर ताबड़तोड़ फायरिंग और बम हमले के बाद इलाके में सनसनी फैल गई।
अतीक अहमद पर लगा आरोप
परिवार वालों का आरोप है कि बाहुबली अतीक अहमद ने यह हमला करवाया है। परिवार के मुताबिक इस हमले के दो आरोपी हैं- दिनेश पासी और बाहुबली अतीक अहमद। घटना प्रयागराज के धूमनगंज इलाके के जयंतीपुर की है। वहीं हमले के बाद पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। आसपास लगे सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं ताकि हमलावर की पहचान की जा सके।
जानिए पूरा मामला?
दरअसल, 25 जनवरी 2005 को प्रयागराज में बीच सड़क पर बीएसपी के पूर्व विधायक राजू पाल को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में देवी पाल और संदीप यादव की भी मौत हुई थी। दो अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस हत्याकांड में सीधे तौर पर सांसद अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ का नाम सामने आया था। इस केस से जुड़े मुख्य गवाह उमेश पाल पर आज जानलेवा हमला हो गया।