बागेश्वर धाम। Bageshwar Dham Death इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है जहां पर धाम के प्रसिद्ध महंत धीरेंद्र शास्त्री के पास पहुंची 10 साल की बच्ची की मौत हो गई है बताया जा रहा है कि, बच्ची का इलाज कराने राजस्थान के बाड़मेर से परिवार आया था। जहां पर इलाज के तौर पर धीरेंद्र शास्त्री ने बच्ची को भभूति दी थी, लेकिन उसकी जान नहीं बची।
जाने क्या है मामला
आपको बताते चले कि, 10 साल की बच्ची का नाम विष्णु कुमारी था। वह अपनी मां धम्मू देवी और मामी गुड्डी के साथ बाड़मेर से बागेश्वर धाम आई थी। परिजन ने बताया- उसे मिर्गी के दौरे आते थे। हमने यहां के चमत्कार के बारे में सुना, तो बेटी को लेकर आए थे, लेकिन यहां आने पर बच्ची की जान चली गई। परिजनों ने बताया कि बच्ची की मामी अक्सर धाम आया करती थीं। बच्ची को बीमारी थी तो उन्होंने ने ही एक बार धाम पर चलने को कहा था। शुक्रवार को हम सभी बच्ची को लेकर राजस्थान से धाम पहुंचे। 18 फरवरी को दिनभर धाम में ही रुके और वहीं पर खाना-पीना किया। रात को बच्ची सुस्त हो गई। उसे फिट्स (मिर्गी के दौरे) आया करते थे, इसलिए परिवार को लगा कि बच्ची सो गई होगी। धाम से मिली भभूति भी उसे चटाई, लेकिन शनिवार को रातभर बच्ची ने कोई हलचल नहीं की।
बाबा की भभूति से नहीं हुआ चमत्कार मची चीत्कार
आपको बताते चलें कि, बच्ची की हालत सुस्त होने के बाद परिवारवाले बाबा के शिष्य मंडल से मिले और उन्हें अपनी समस्या बताते हुए बाबा से मिलाने की विनती की। जैसे-तैसे बाबा से मुलाकात हुई। बाबा ने पहले तो भभूति दी। इसके बाद उन्होंने बच्ची को देखा और कहा- बच्ची को ले जाओ, यह शांत हो गई है। इसके बाद बाबा के अनुयायियों की मदद से हम धाम पर ही बने अस्थाई अस्पताल पहुंचे, जहां से हमें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। एंबुलेंस ने हमें जिला अस्पताल पहुंचाया गया। यहां से निजी एंबुलेंस करके राजस्थान अपने गांव चले गए।