सीहोर। Rudraksh Mahotsav Kubereshwar Dham सीहोर स्थित कुबेरेश्वर धाम में आज से भगवत कथा और रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम शुरू हो चुकी है। गौरतलब है कि इस स्थान पर लाखों की संख्या में श्रृद्धालु पहुंचते हैं। अभी भी एक दिन पहले तक करीब 3 लाख भक्त यहां पहुंच चुके हैं। लेकिन आज बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए हैं। हालात ये बने हुए हैं कि कई किमी लंबी दूरी तक गाड़ियों की लंबी—लंबी कतारें लगी हुई हैं। लोग घंटों लाइन में लगे हुए हैं। हालात बेकाबू होते नजर आ रहे हैं।
एक दिन पहले ही बांट दिए रुद्राक्ष —
आज की भीड़ को देखते हुए बुधवार की देर रात रुद्राक्ष बांट दिए गए। आपको बता दें कार्यक्रम में करीब 3 लाख रुद्राक्ष बांटे जाने थे। जिसमें से आधे का वितरण पहले ही कर दिया गया। आज से शुरू होने वाले इस कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान भी शामिल होंगे।
52 एकड़ का धाम हाउसफुल —
करीब 52 एकड़ के एरिया में फैले कुबेरश्वर धाम में गुरुवार से रुद्राक्ष महोत्सव शुरू होना है। लेकिन इसी के पहले पूरा क्षेत्र हाउस फुल हो गया है। करीब 2 लाख श्रद्धालु पहले ही पहुंच चुके हैं। जिनमें से डेढ़ लाख रुद्राक्ष पहले ही बांट दिए गए। इसके लिए 10 काउंटर बनाए गए हैं। आपको बता दें 22 फरवरी तक चलने वाले इस उत्सव में करीब 5 लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। पूरे क्षेत्र में अब लोगों को जगह नहीं बची है। अपनी व्यवस्थाओं से पंडाल बनाकर अब लोग डेरा डाले हैं। हालांकि यहां करीब 3 लाख लोगों के खाने की व्यवस्था रोजाना के लिए की गई है।
यूपी, महाराष्ट्र, राजस्थान से लोग रुद्राक्ष को पाने की चाह में चले आ रहे हैं। पर लोगों की हालत खराब हो रही है। लंबी—लंबी कतारों से साथ गाड़ियों का जमावड़ा लगा हुआ है। लोग बीमार हो रहे हैं सबसे बड़ी बात यहां सारे इंतजाम फेल नजर आ रहे हैं। हालत ये है कि 2 हजार से ज्यादा लोग अस्पताल पहुंच गए हैं। प्रशासन ने भी घुटने टेक दिए है। 10—10 किमी खड़े रहने के कारण लोग भरी गर्मी में बेहोश हो रहे हैं।
क्यों खास है कुबरेश्वर धाम का रुद्राक्ष —
ऐसा माना जाता है कि कुबेरेश्वर धाम में पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा दिए गए अभिमंत्रित रुद्राक्ष को पानी में डाल कर उस पानी का उपयोग करने से सभी प्रकार के रोग दूर होते हैं। साथ ही इससे बड़ी से बड़ी बीमारियां दूर हो जाती हैं। यही कारण है कि लोग यहां भारी तादात में रुद्राक्ष पाने के लिए कई किमी लंबी लाइन में भी लगकर घंटो का समय बिताकर भी इसे पाना चाहते हैं।