गुवाहाटी। देश में ठोस अपशिष्ट (कचरे) से हाइड्रोजन बनाने का पहला संयंत्र महाराष्ट्र के पुणे में लगाया जाएगा। इसपर कुल 430 करोड़ रुपये की लागत आएगी। पर्यावरण अनुकूल समाधान उपलब्ध कराने वाली कंपनी ‘द ग्रीन बिलियंस लि.’ (टीजीबीएल) हाइड्रोजन बनाने का संयंत्र लगाएगी। कंपनी ने इस संबंध में पुणे नगर निगम के साथ 30 साल का दीर्घकालीन समझौता किया है।
जानिए टीजीबीएल ने क्या कहा
टीजीबीएल के चेयरमैन और संस्थापक प्रतीक कनाकिया ने पीटीआई-भाषा से कहा कि यह संयंत्र अगले साल तक 350 टन ठोस कचरे का प्रतिदिन निपटान करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी 350 टन ठोस अपशिष्ट से 10 टन हाइड्रोजन प्रतिदिन उत्पादित करने की योजना है। हम हडपसर इंडस्ट्रियल एस्टेट में संयंत्र स्थापित कर रहे हैं। देश में ठोस कचरे से हाइड्रोजन प्राप्त करने का यह पहला प्रयास है।’’ कनाकिया ने कहा कि कंपनी संयंत्र स्थापित करने में 350 करोड़ रुपये निवेश करेगी। इसके अलावा 82 करोड़ रुपये भंडारण सुविधा तथा ‘लॉजिस्टिक’ जरूरतों पर खर्च किये जाएंगे।