उज्जैन। Mahashivratri 2023 : महाशिवरात्रि को बस 4 दिन शेष रह गए हैं। हर जगह बाबा के विवाह कार्यक्रम को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। उज्जैन के महाकाल मंदिर में तैयारियां चल रही हैं। इसी के चलते यहां आरती और भोग के समय में पहले ही परिवर्तन किया जा चुका है। तो वही यहां के प्रसिद्ध मंदिर श्री बड़वाले महादेव मंदिर Shri Badwale Mahadev temple में महाशिवरात्रि को लेकर मंदिर में सभी लोग जोर—शोर से लगे हैं। 18 फरवरी को निकलने वाली बाबा की बारात के लिए चांदी के रथ को तैयार किया जा रहा है। चलिए जानते हैं आखिर यहां क्या—क्या प्रबंध मंदिर द्वारा किए जा रहे हैं।
इस दिन लगेगी हल्दी — Mahashivratri 2023 :
आपको बता दें श्री बड़वाले महादेव मंदिर में निकलने वाली बारात की Shri Badwale Mahadev temple परंपरा 38 साल से निरंतर चली आ रही है। जहां बाबा की चांदी के रथ पर बारात निकाली जाती हैं। इसे लेकर हो रही तैयारी में इस चांदी के रथ की सफाई शुरू कर दी गई है। साथ ही भगवान को चढ़ने वाले बेशकीमती मुकुट, जेवर आदि को भी साफ—सफाई के लिए दे दिया गया है।
निकलेगी बारात, कर लें तैयारी Mahashivratri 2023 :
आपको बता दें मंदिर में शिव—पार्वती महोत्सव पूरे 21 दिन तक चलता है। सोमवार को गोधूलि बेला में श्री गणेश पूजन के साथ शिवरात्रि महोत्सव की शुरूआत हो चुकी है। जो चार मार्च तक चलेगा। इस दौरान भगवान भोलेनाथ और मां गौरा के विवाह की अलग-अलग रस्में भक्तों द्वारा निभाई जाएंगी। इसी कार्यक्रम के तहत 18 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व पर सुबह 10 बजे बाबा श्री बटेश्वर की भव्य बारात निकाली जाएगी। जो पुराने शहर के विभिन्न मार्गों से होकर रात 10 बजे भवानी मंदिर पर पहुंचेगी। जहां वरमाला एवं परिणय उत्सव मनाया जाएगा। आपको बता दें इस मंदिर में 36 वर्षों से परंपरागत तरीके से भगवान शिव की बारात निकालती आ रही है।
16 फरवरी को चढ़ेगी हल्दी, हाथों में रचाई जाएगी मेहंदी
जानकारी के मुताबिक श्री बड़वाले महादेव मंदिर में 16 फरवरी को शाम 6 बजे श्री बड़वाले महादेव मंदिर में बाबा श्री बटेश्वर को हल्दी और मेहंदी लगेगी। इसके बाद मां भवानी मंदिर सोमवारा में रात 8 बजे हल्दी-मेहंदी संपन्न होगी। यह सभी विवाह की रस्में मंदिर की इंटरनेट मीडिया पर श्रद्धालु लाइव देख सकेंगे।