Expired Medicines : हम जब भी कोई सामान खरीदते हैं तो उसकी एक्सपायरी डेट जरूर चेक करते हैं। हर सामान पर एक्सपायरी डेट भी जरूर लिखी होती है। दवा से लेकर दूध हो या ब्रेड सभी में एक्सपायरी डेट जरूर होती है। आपको बता दें कि इसमें दो तरह की डेट लिखी होती हैं। हर सामान में एक तो प्रोडक्ट के बनने की डेट यानी मैन्युफैक्चरिंग डेट और दूसरी उसकी एक्सपायरी डेट लिखी होती है। लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है की जरूरत पड़ने पर हम घर में रखी दवा को बिना एक्सपायरी चेक किए खा लेते हैं। जबकि आप जानते हैं कि एक्सपायर हो चुकी दवाइयां खराब हो जाती हैं और उनका असर भी खत्म हो जाता है या बुरा असर पड़ता है।
आज हम यहां आपको इसके बारे में कुछ ऐसी बातें बताएंगे जिसे जानकर आपको आश्चर्य होगा। आपको बता दें कि दवाइयों पर लिखी एक्सपायरी डेट का मतलब ये बिल्कुल नहीं होता कि एक तय तारीख के बाद वह जहर बन जाती है या उसका असर पूरी तरह से खत्म हो जाता है।
क्या होती है एक्सपायरी डेट?
आपको बता दें कि दुनिया की कोई भी दवा कंपनी अपनी दवाइयों पर एक्सपायरी डेट जरूर लिखती है। दवाइयों पर दी जाने वाली एक्सपायरी डेट का मतलब ये है कि किसी भी दवा पर दी गई एक्सपायरी डेट के बाद उसकी सुरक्षा और प्रभाव को लेकर कंपनी की गारंटी खत्म हो जाती है। एक्सपायरी डेट का ये मतलब बिल्कुल भी नहीं होता कि उस तारीख के बाद वह दवाई जहर बन जाएगी। दवाइयों पर लिखे जाने वाले एक्सपायरी डेट का असली मतलब यही होता है कि उस दवा को बनाने वाली कंपनी तय तारीख के बाद उसकी सुरक्षा और प्रभाव की गारंटी नहीं लेगी। इतना ही नहीं आपको बता दें कि दवा निर्माता किसी भी दवा की बोतल खुलने के बाद उसके प्रभाव की गारंटी नहीं लेते है।
एक्सपायर दवा खाने पर क्या करें?
वैसे तो एक्सपायर हो चुकी दवा को हमें नहीं खाना चाहिए। एक्सपायर दवा खाना बहुत रिस्की हो सकता है। दवाइयों के मामले में हमें सावधान रहना चाहिए। लेकिन अगर गलती से किसी ने एक्सपायर दवा खा ली है तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।