Jyotiraditya Scindia : भारत के इतिहास की बात करे तो देश का इतिहास काफी पुराना है। अगर इतिहास के पन्नों को पलटा जाए तो सिंधिया परिवार का देश के लिए किए गए योगदान के बारे में आपको जानने के लिए जरूर मिलेगा। आज हम आपको इतिहास की उस बात को बताने जा रहे है। जब सिंधिया परिवार ने देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के सपने को पूरा किया था।
महाराज सिंधिया ने लगाई ट्विटर पर डीपी
दरअसल, हम यह बात इसलिए कर रहे है क्योंकि हाल ही में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्विटर पर एक डीपी लगी है। डीपी में सरदार वल्लभ भाई पटेल के साथ-साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया के दादा और स्वर्गीय माधवराव सिंधिया के पिता स्वर्गीय जीवाजी राव सिंधिया नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह तस्वीर सरदार वल्लभभाई पटेल के सपने को पूरा करने के बाद का है।
जीवाजी राव सिंधिया ने खत्म कराया था विवाद
दरअसल, जब भारत को आजादी मिली थी तब ग्वालियर के नवाब और इंदौरा के राजा अपनी रियासत को पाकिस्तान में विलय करने जा रहे थे। जब इस बात की जानकारी सरदार वल्लभ भाई पटेल को लगी तो, उन्होंने तुरंत जीवाजी राव सिंधिया से संपर्क किया और पूरी बता बताई। सरदार वल्लभभाई पटेल ने जीवाजी राव सिंधिया से वादा लिया कि वह दोनों रियासत को पाकिस्तान में विलय नहीं करने देंगे। वही जीवाजी राव सिंधिया ने पटेल को वादा दिया की वह ऐसा नहीं होने देंगे।
ऐसे खत्म हुआ विवाद
पटेल से वादा करने के बाद जीवाजी राव ने बड़ौदा के राजघराने के गायकवाड़ परिवार के मुखिया और देवास के पंवार राजघराने के मुखिया को लेकर दोनों रियासत के पास पहुंचे और उनसे बात की। ऐसे कहीं जाकर जीवाजी राव सिंधिया ने पाकिस्तान में विलय का विवाद खत्म कराया। बता दें कि अगर उस दौर में जीवाजी राव पाकिस्तान विलय वाले विवाद में नही आते तो आज भोपाल और इंदौर तक पाकिस्तान होता।
सिंधिया परिवार ने खोले अपने खजाने
आजादी के बाद सिंधिया परिवार ने देश को आगे बढ़ाने में अपनी अहम भूमिका निभाई है। उस दौर में जब भी किसी सरकार को आर्थिक मदद की जरूरत होती थी, तब सिंधिया परिवार ऐसे वक्त पर अपना खजाना खोल देता था। इतना ही नहीं जब सिंधिया स्टेट का विलय हुआ तब भी अर्थव्यवस्था को बनाए रखने के लिए सिंधिया राजघराने ने कई बार अपने खजाने भी खोल दिए थे। कुल मिलाकर आजादी के बाद देश पर आए कई संकट सिंधिया परिवार की बदौलत टल गए।