Air India Cloud Software App: जैसा कि, आए दिन फ्लाइट में बवाल की घटनाएं सामने आते जा रही है वहीं पर इन घटनाओं पर काबू करना मुश्किल हो गया है इसे लेकर ही भारतीय एयरलाइन एयर इंडिया (Air India) ने रियल टाइम इंटेलिजेंस, रिपोर्टिंग और सेफ्टी मैनेजमेंट सहित एंड-टू-एंड सेफ्टी मैनेजमेंट को बेहतर बनाने के लिए क्लाउड सॉफ़्टवेयर एप्लिकेशन ‘कोरुसन’ को अपनाने का फैसला किया है जिससे कई मामलों पर नजर रहेगी।
1 मई 2023 से प्रभावी होगा सॉफ्टवेयर
आपको बताते चलें कि, इस सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन को यूके-मुख्यालय वाले आइडियाजेन एंटरप्राइज़ ने तैयार किया है जो सारे मामलों पर नजर रखेगी। जी हां अब एयर इंडिया में कंपनी क्रू और पायलट को IPad देंगी जिसमें 1 मई से सारी चीज़े सॉफ्टवेयर में अपलोड होंगी, जो आगे आने वाले समय के लिए प्रस्तावित है। सेफ्टी डेटा सॉफ़्टवेयर एप्लिकेशन 1 मई, 2023 से प्रभावी होगा और इसके बाद कागजी कार्रवाई की आवश्यकता काफी हद तक समाप्त हो जाएगी। बताया जा रहा है कि, इस कोरूसन सॉफ्टवेयर की मदद से बगैर किसी देरी के प्रमुख कर्मियों और अधिकारियों को महत्वपूर्ण जानकारी रिले करना सुनिश्चित हो सकेगा. इससे समय पर कार्रवाई भी संभव हो पाएगी. एयर इंडिया में पायलटों और चालक दल के सदस्यों के लिए आईपैड खरीदने की प्रक्रिया भी जारी है और आईपैड में भी सॉफ़्टवेयर एप्लिकेशन ‘कोरुसन’ उपलब्ध होगा।
बढ़ जाएगी एयर इंडिया की सुरक्षा
यहां पर कंपनी द्वारा बताया जा रहा है कि, नवीनतम डेटा तक पहुंचने और संभावित जोखिमों को कम करने की दिशा में जरूरी कदम उठाने में सहायता मिलेगी. इस तरह एयर इंडिया की फ्लाइट्स की सुरक्षा और बढ़ जाएगी। बता दें कि, यह सॉफ्टवेयर जोखिम को कम करने और ऑडिटिंग तथा ट्रेनिंग के लिहाज से दुनियाभर में विमानन उद्योग कोरुसन पर भरोसा करता है. इसे शामिल करने से हमारे यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा और भलाई के लिए हमारी क्षमताओं को बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी, बता दें कि, ’’आइडियाजेन के 11,400 से अधिक ग्राहकों के व्यापक आधार में 250 से अधिक एयरलाइंस और सभी शीर्ष एयरोस्पेस और रक्षा कंपनियां शामिल हैं।