भोपाल। भारत में एक समय था जब गिद्धों की संख्या का अनुमान लगा पाना भी मुश्किल था। लेकिन फिर एक वो दौर आया कि गिद्धों की आबादी 99 प्रतिशत तक कम हो गई। गिद्ध प्रजाति भारत से विलुप्त न हो इसके लिए मध्यप्रदेश वन विभाग ने गिद्धों के सरंक्षण के लिए एक पहल की है।
जिसके तहत गिद्धों का सरंक्षण केंद्र भोपाल में बना हुआ है यहां फ़िलहाल 60 गिद्ध फ़िलहाल मौजूद है। इनके लिए दो कॉलोनी एवेरी बनी हुई है ताकि गिद्ध अपनी प्रकति के अनुसार इन एवेरी में रह सकें। आने वाले समय में 20 और गिद्ध लाने की तैयारी हो गई है इसके लिए एवेरी भी बन कर तैयार हो चुकी है।
वन विभाग ने साल 2014 में गिद्धों के प्रजनन के लिए राजधानी के केरवा में प्रजनन केंन्द्र बना हुआ है। उस दौरान विभाग द्वारा तामिया से 21 गिद्ध लाए गए थे। इसके बाद 2016 में 29 गिद्ध लाए गए। अभी फिलहाल यहां 19 व्हाइट बैक्ड और 41 लॉन्ग बिल्ड गिद्ध है। जब ये गिद्ध यहां आए थे तब इनकी उम्र 2 साल से कम थी, यहां 10 गिद्धों ने जन्म भी लिया है।
वन विभाग ने साल 2019 तक ही गिद्धों को छोड़ना था लेकिन अब इसकी अवधि बढाकर 2024 तक कर दी है। वन विभाग का लक्ष्य न सिर्फ इनका सरंक्षण करना है बल्कि इन्हें पुनः जंगली क्षेत्रों में छोड़ना है।