Wrestlers Protest Live: कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर लगे आरोपों के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने शनिवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI ) की सभी गतिविधियों को निलंबित करने का फैसला किया है। ये फैसला तब तक लागू रहेगा जब तक ओवरसाइट कमेटी की औपचारिक रूप से नियुक्त नहीं हो जाती और महासंघ की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों को संभाल नहीं लेती।
केंद्र सरकार द्वारा एक विज्ञप्ति में कहा गया, “भारत सरकार डब्ल्यूएफआई के उचित कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, और ओवरसाइट कमेटी यह सुनिश्चित करने में मदद करेगी कि फेडरेशन की कार्यकारी समिति के खिलाफ की गई सभी शिकायतों की जांच की जाए और फेडरेशन को एक कुशल और पारदर्शी तरीके से प्रबंधित किया जाए।”
बता दें कि ये फैसला डब्ल्यूएफआई के सहायक सचिव विनोद तोमर को तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने के तुरंत बाद आया है। वहीं भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI ) के निलंबन के बाद 20 सरकार द्वारा नियुक्त निगरानी समिति डब्ल्यूएफआई की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों को संभालेगी।
भारतीय कुश्ती संघ के असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर को सरकार ने बर्खास्त कर दिया था। जिसके बाद तोमर ने कहा था कि निलंबन की जानकारी उन्हे नहीं मिली है। उनका कहना है कि अगर खेल मंत्रालय ने आदेश दे भी दिया है तो अभी उन्हें ऐसा कोई आदेश नहीं मिला है।
इससे पहले शनिवार को तोमर ने महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर लगे आरोपों को ‘आधारहीन’ करार दिया था। तोमर ने कहा कि पहलवानों, जो दिल्ली के जंतर मंतर पर धरने पर बैठे थे और डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ यौन उत्पीड़न और वित्तीय गड़बड़ी के आरोप लगाए थे, ने अपने दावों का समर्थन करने के लिए कोई सबूत पेश नहीं किया है।