भोपाल। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में करंट की चपेट में आने से एक बाघ की मौत हो गई। वन अमले ने गश्त के दौरान जब बाघ को इस स्थिति में देखा तो उन्होंने इस बात की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी। एक वन अधिकारी ने बुधवार को बताया कि यह घटना सिवनी जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर बकरमपाठ गांव की है।
रूखड वन परिक्षेत्र के रेंजर दानिस उइके ने जनकारी दी कि दक्षिण सामान्य वनमंडल के रूखड वन परिक्षेत्र अंतर्गत दरासी बीट में चौपर नाला से लगे जंगल व खेत की सीमा पर बुधवार सुबह गश्ती के दौरान वन विभाग के दल को बाघ का शव दिखा। घटनास्थल पर 11 केवी बिजली लाइन से करंट फैलाने के साक्ष्य पाए गए हैं। खेत से लगी जंगल की सीमा तक खूटी लगाकर वन्यप्राणी का शिकार करने करंट फैलाया गया था।
बताया गया है कि मौके से वन विभाग के दल ने खूटियां भी जब्त की हैं। वहीं घटनास्थल के आसपास के दो किलोमीटर के दायरे में डॉग स्क्वाड की मदद से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाघ के शव में सभी अंग पूरी तरह सुरक्षित मिले हैं। मृत बाघ करीब 8 साल का वयस्क नर है, जिसका क्षेत्र में घूमना-फिरना था।
उइके ने बताया कि करंट से बाघ के शिकार मामले में वन विभाग ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। वह संदिग्ध से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रहे हैं। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की वेबसाइट के अनुसार, मध्यप्रदेश में इस महीने 10 दिनों में तीन बाघों की मौत हो चुकी है।