डिंडौरी। Dindori Collector Vikas Mishra : आपने कई नेताओं IAS Vikas Mishra को बड़े बुजुर्गों के पैर पड़ते देखा होगा लेकिन mp collector क्या अगर ऐसा कोई कभी mp breaking news कलेक्टर करें तो इसे आप क्या कहेंगे। यहां हम बात कर रहे है। डिंडौरी कलेक्टर विकास मिश्रा की। जो आज कल अपनी बदली हुई कार्यशैली के चलते काफी चर्चाओं में हैं। ऐसा ही कुछ हट कर काम उन्होंने इन दिनों किया। जब उन्होंने पूरी रात हॉस्टल में गुजारी है। आपको बता दें अपनी अलग जीवन शैली की वजह से ही बीते दिनों मंच से सीएम शिवराज चौहान भी इनकी तारीफ कर चुके हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 28 दिसंबर को ओरछा में आयोजित गढ़कुंडार महोत्सव में मंच से ही डिंडौरी कलेक्टर विकास मिश्रा के कार्यों से प्रभावित होकर उनकी तारीफ की थी।
रातभर हॉस्टल में रुके कलेक्टर विकास मिश्रा IAS Vikas Mishra
मामला सोमवार की रात का है। जब कलेक्टर विकास मिश्रा पिछड़ी जनजाति छात्रावास पहुंचे थे। जहां उन्होंने छात्रों के साथ खाना भी खाया साथ ही वहां रात भी बिताई। यहां उन्होंने छात्रों की समस्याएं भी सुनी।
अलग भवन में हॉस्टल शिफ्ट करने की कही बात —
आपको बता दें विशेष पिछड़ी जनजाति के हॉस्टल पहुंचे थे। जहां उन्होंने हॉस्टल में कई खामियां देखीं। ये छात्रावास किराए के भवन में संचालित होता है। यहां उन्होंने देखा न तो छात्रों को दिए जाने वाले भोजन सही है। साथ ही कि प्रॉपर टॉयलेट नहीं है। इतना ही नहीं पढ़ाई लिखाई के लिए भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। उनका कहना है कि इस हास्टल को नए भवन में शिफ्ट किया जाएगा।
अधीक्षक को दी समझााइश —
कलेक्टर का कहना है कि छात्रावास के बच्चों को शासन की ओर से जो रराशि मिलती है उससे बहुत कुछ किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने निरीक्षणयहां ड्यूटी पर तैनात अधीक्षक नशे में मिलने पर उसे समझाइश दी। साथ ही छात्रावास अधीक्षक फूल सिंह धुर्वे को आरोप पत्र जारी करेंगे। साथ ही अधिकारियों की भी जवाबदेही तय की जाएगी।
बच्चों को पढ़ाई ज्ञान की पाठशाला —
आपको बता दें कलेक्टर रात में हॉस्टल में रुके। तो इस दौरान उन्होंने बच्चों को पढ़ाया भी। साथ ही साथ ही उनके सवालों के जबाव भी दिए। उन्होंने सामान्य ज्ञान के प्रश्न भी पूंछे।
छात्र खुश, कहा पहली बार हुआ ऐसा —
कलेक्टर को अपने बीच देखकर छात्र भी खुश हुए। यहां करीब 50 बच्चे रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। इन छात्रों का कहना है कि पहली बार ऐसा मौका आया है जब कोई अधिकारी हमारे बीच आया है। पहले भी अधिकारी निरीक्षण करने आते थे, लेकिन हमारी कभी व्यवस्था नहीं की। पहली बार कोई अधिकारी हमारे बीच आया और इस तरह की बात की। इतना ही नहीं उन्होंने समस्याओं को करीब से जाना है। साथ ही सारी कमियों को दूर करने की भी बात की है।