Himalayan Viagra : आज के इस बदलते दौर में जैसे—जैसे cordyceps-fungus बीमारियों लोगों को घेर रही हैं वैसे—वैसे लोग हमारे आयुर्वेद की ओर बढ़ते जा रहे हैं। इन्हीं आयुर्वेद की दवाओं में खास है हिमालय की एक खास आयुर्वेदिक दवा। जिसे हिमालय की वियाग्रा की health नाम से जाना जाता है। यदि आप इस दवा के बारे में नहीं जानते हैं तो चलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं इस आखिर इस दवा की खासियत क्या है और इसे किस—किसी बीमारी में उपयोग किया जाता है।
किन—किन नामों से जानी जाती है ये जड़ी—बूटी —
कैटरपिलर फंगस के नाम से जानी जाने वाली ये जड़ीबूटी केटर पिलर और फंगल का अद्भुद मेल हैं। ये बेशकीमती दवाई अनगिनत बीमारियों में काम आती है। कीमत इसकी है कि जिसमें आप 120 तोला सोना ले सकते हैं।
कैसे बनती है ये जड़ी बूटी —
सूखी डंठल की तरह दिखने वाली इस जड़ी बूटी को हिमालय का सोना कहते हैं। पर साइंस की बात करें तो इसे कॉर्डिसेप्स फंगस या कैटरपिलर फंगस के नाम से भी जाना जाता है। आपको बता दें ये फंगस खासतौर पर तिब्बत, भूटान, भारत, चीन और नेपाल के ऊंचाई वाले हिमालय के क्षेत्रों में पनपता है। इसकी खास बात ये है कि ये कीट के लार्वे पर उगता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की मानें तो यह कैटरपिलर और फंगस का बहुत यूनिक मेल है।
इसका उपयोग एक दो नहीं बल्कि कई बीमारियों में उपयोग किया जाता है। तो चलिए जानते हैं इसका उपयोग किन—किन दवाओं में होता है।
ऐसी होती है संरचना —
आपको बता दें इस कैटरपिलर फंगस की लंबाई करीब 2 इंच की होती है। TOI की रिपोर्ट की मानें तो इसमें वैज्ञानिकों का कहना है कि इसमें बायोएक्टिव मॉलिक्यूल्स होते हैं। इन मॉजिक्यूल्स को कॉर्डिसेपिन कहते हैं। यही कारण है कि इसका उपयोग वायरस से जुड़ी बीमारियों के अलावा कैंसर के इलाज में भी किया जाता है। इतना ही नहीं देसी नुस्खों में भी कई फायदे बताए गए हैं। साइंस डायरेक्ट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक चीन की चिकित्सा पद्धति में भी इसका काफी लम्बे समय से इसका उपयोग किया जा रहा है।
इसलिए कहते हैं हिमालय की वियाग्रा —
आपको बता दें इस दवा का उपयोग लम्बे समय से इसका इस्तेमाल थकावट को दूर करने के साथ—साथ सेक्स पावर को बढ़ाने के लिए भी किया जाता रहा है। यही सबसे बड़ा कारण है कि इसे हिमायल की वियाग्रा कहा जाता है। एक रिपोर्ट की मानें तो कॉर्डिसेप्स फंगस को बढ़ती उम्र के असर को घटाने के लिए भी प्रयोग किया जाता है। ये एंटीएजिंग खूबियों से भरपूर होता है। इसी के साथ इसका उपयोग याददाश्त बढ़ाने के लिए किया जाता है।