BrahMos Missile: ब्रह्मोस दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक है। भारत की यह अति उन्नत मिसाइल 21वीं सदी की सबसे खतरनाक मिसाइलों में से एक मानी जाती है। इसे खास बनाती है इसके सभी जगहों से प्रक्षेपण की काबिलियत। यानि इसे पनडुब्बी, जंगी जहाज, एयरक्राफ्ट और जमीन कही से भी लॉन्च किया जा सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस मिसाइल का नामकरण कैसे हुआ। आईए जानते है।
बता दें कि भारत की सबसे उन्नत मिसाइलों में से एक ब्रह्मोस इन दिनों खासा चर्चा में है। इसके पीछे की वजह हाल ही में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के एयर लॉन्च संस्करण का कई बार परीक्षण किया जाना है। इसकी ताकत से दुश्मन देश खौफ खाते हैं।
इन 2 नदियों के नाम से बना ब्रह्मोस मिसाइल
बता दें कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने रूस के साथ मिलकर ब्रह्मोस मिसाइल (BrahMos Missile) को तैयार किया है। इस वजह से इसका नाम भारत और रूस की दो प्रमुख नदियों के नाम पर रखा गया है। ब्रह्मोस में ब्रम्ह का मतलब ब्रह्मपुत्र नदी और यहां मोस का मतलब रूस की मोसक्वा नदी से है। इन दोनों से मिलकर ब्रह्मोस नाम पड़ा है। वर्तमान में भारत ने ब्रह्मोस की निर्यात की मंजूरू दे दी है।