नई दिल्ली। Delhi MCD 2022 दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) 10 साल पहले तीन हिस्सों में विभाजित किये जाने के बाद अपनी एकीकृत पहचान वापस पाने से लेकर परिसीमन की कवायद और इसके बाद निकाय चुनाव होने तक 2022 में ज्यादातर समय चर्चा में रहा। यह 2023 की शुरूआत में भी चर्चा में रहेगा क्योंकि दिल्ली को बीते चार दिसंबर को हुए चुनाव के बाद अगले महीने छह जनवरी को अपना नया मेयर मिलेगा।
एमसीडी अप्रैल 1958 में अस्तित्व में आया था और इसके मेयर 2012 तक काफी प्रभावशाली हुआ करते थे, जब नगर निकाय को तीन हिस्सों में विभाजित कर दिया और तीनों के लिए अलग-अलग मेयर के पद का प्रावधान किया गया। इस बीच, 2022 में केंद्र ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम (104 वार्ड), दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (104 वार्ड) और पूर्वी दिल्ली नगर निगम (64 वार्ड) को एकीकृत करने के लिए एक विधान बनाया। हालांकि, कुल वार्ड की संख्या 250 निर्धारित की गई, जो पूर्व के 272 वार्ड से कम है। इस तरह, जनवरी 2023 में मेयर के चुनाव के बाद दिल्ली को शहर के लिए 10 साल के अंतराल के बाद एक मेयर मिलेगा।
आम आदमी पार्टी (आप) एमसीडी चुनावों में विजेता बन कर उभरी, उसने 250 सदस्यीय नगर निकाय में 134 वार्ड पर जीत दर्ज की और नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी के 15 साल के शासन को खत्म कर दिया। भाजपा 104 सीट पर जीत के साथ दूसरे स्थान पर रही, जबकि कांग्रेस को नौ सीट हासिल हुई। हालिया चुनाव के बाद नगर निगम के सदन की बैठक छह जनवरी से शुरू होगी। दिल्ली नगर निगम में वार्ड के परिसीमन के बाद यह पहला नगर निकाय चुनाव है। तीनों नगर निकायों को एकीकृत करने के लिए केंद्र द्वारा संसद में एक विधान बनाये जाने के बाद परिसीमन की आवश्यकता पड़ी। संसद ने दिल्ली में तीनों नगर निकायों को एकीकृत करने के लिए पांच अप्रैल को दिल्ली नगर निगम (संशोधन) विधेयक पारित किया था।
एकीकृत नगर निगम 22 मई को अस्तित्व में आया। पूर्व में, नगर निकाय चुनाव अप्रैल में कराया जाना था। दिल्ली में तीनों नगर निगमों की सत्ता में काबिज भाजपा को आप ने नगर निकाय चुनाव में भराव स्थल, जलजमाव, स्वच्छता और शिक्षा सहित विभिन्न मुद्दों पर सत्ता से बेदखल कर दिया। अब सभी की नजरें छह जनवरी को मेयर पद के लिए होने वाले चुनाव पर है। एमसीडी के अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली के मेयर पद के लिए तीन नामांकन प्राप्त हुए हैं, जिनमें आप के दो और भाजपा के एक शामिल हैं।
इन उम्मीदवारों में शैली ओबरॉय और आशु ठाकुर (आप) तथा रेखा गुप्ता (भाजपा) शामिल हैं। ओबरॉय आप की मुख्य प्रतिभागी हैं और पार्टी ने ठाकुर को विकल्प के तौर पर अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं, डिप्टी मेयर (उप महापौर) पद के लिए नामांकन भरने वालों में आले मोहम्मद इकबाल और जलज कुमार (आप) तथा कमल बागड़ी (भाजपा) शामिल हैं।