Free Foodgrains 2023 मोदी सरकार ने साल 2022 के अंत में नए साल 2023 के लिए देश के 80 करोड़ लोगों को बड़ा तोहफा दिया है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत अब लोगों को मुफ्त खाद्यान्न मिलता रहेगा। उन्हें दिसंबर 2023 तक खाद्यान्न प्राप्त करने के लिए एक रुपये का भुगतान नहीं करना पड़ेगा। सरकार इस पर प्रति वर्ष लगभग 2 लाख करोड़ रुपए खर्च करेगी। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने दी है। साथ ही बताया गया है कि केंद्रीय कैबिनेट में वन रैंक वन पेंशन का भी रिवीजन हुआ है। माना जा रहा है कि इस पर भी जल्द से जल्द फैसला लिया जा सकता है। केंद्र सरकार यह निर्णय चुनावी वर्ष को लेकर बड़ा निर्णय माना जा रहा है। free ration 2023
एक्ट के तहत फैसला लिया
यहां बता दें कि केंद्रीय खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयष गोयल ने यह ऐलान कर दिया है कि देश के गरीब व्यक्तियों के लिए कोविड काल के दौरान दिया जाने वाला मुफ्त खाद्यन्न जारी रहे है। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एक्ट के तहत यह फैसला लिया है, जिसके चलते चावल, गेंहू और मोटा अनाज वर्ष 2023 में भी मुफ्त बांटना जारी रखा जाएगा। इससे देश के 80 करोड़ लोगों को सीधा फायदा पहुंचेगा। यहां बता दें कि पहले इस खाद्यान्न को पाने के लिए लोगों को चावल के लिए 3 रु, गेंहू के लिए 2रु और मोटे अनाज के लिए 1 रुपए प्रति किलो की दर से राशि चुकानी पड़ती थी, लेकिन सरकार के फैसले के बाद से इस राशि को लेना भी बंद कर दिया गया है। free ration 2023
नए साल का उपहार
केंद्रीय मंत्री ने जानकारी दी है कि इस योजना के तहत सरकार हर वर्ष करीब 2 लाख करोड़ रुपए खर्च करेगी। इसके संबंध में बैठक में फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने फैसला लिया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) 31 दिसंबर को खत्म होने जा रही है, जिसे बंद न करते हुए और बढ़ा दिया गया है। इस योजना के तहत सरकार को 81.35 करोड़ हितग्राहियों के लिए फ्री राशन दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह अनाज एनएफएसए के दिए जाने वाले सब्सिडी-युक्त अनाज से अलग होता है। केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा देश के गरीब वर्ग को मुफ्त अनाज दिया जाना नए साल का उपहार बताया है। free ration 2023