भोपाल।आपको बता दें चौथे दिन सुबह गरमा गरमी के बाद सदन की कार्रवाई अनिश्चिकत कालीन के लिए स्थगित कर दी गई है। बंसल न्यूज से खास बातचीत में मंत्री कैलाश विश्वास सारंग ने कहा कि कांग्रेस ने 15 साल के शासन में एक भी वादा पूरा नहीं किया है। हम मैदान और सदन में हर बात का जबाव देने के लिए तैयार हैं।कोविड के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं। केंद्रीय मंत्रालय का जो भी आदेश आएगा उसके अनुसार काम किया जाएगा।
विधानसभा में चौथे दिन की कार्रवाई शुरू हो गई है। सीएम शिवराज अविश्वास प्रस्ताव पर जबाव देते हुए कहा कि कमलनाथ की सरकार ने भष्ट्राचार का लोकव्यापीकरण किया है। हम सदन को लोकतंत्र का मंदिर मानते हैं। हम सदन में मौजूद हैं लेकिन कमलनाथ नहीं है। इतना लचर अविश्वास प्रस्ताव क्यों हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में किसी को भी किसी को विश्वास नहीं। ऐसा लचर अविश्वास प्रस्ताव मैंने आज तक नहीं देखा।
MP Vidhansabha Winter Session : शीतकालीन सत्र का चौथा दिन आज, तीसरे mp breaking news दिन विपक्ष ने किया था वॉकआउटबीते सोमवार से शुरू हुए विधानसभा शीतकालीन सत्र का गुरुवार यानि आज चौथा दिन है। बीते तीसरे दिन की कार्रवाई हंगामेदार रही। जहां रात करीब 1 बजे तक सदर कार्रवाई चली। आपको बता दें जिसमें विपक्ष ने हंगामे के बाद सदर से वॉकआउट कर दिया।
कांग्रेस की मांग, मोहन यादव मांगे माफी —
आपको बता दें MP विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन है। हालांकि कल रात 2.30 बजे तक सदन की कार्यवाही चली। जहां अविश्वास प्रस्ताव पर देर रात तक हंगामा हुआ। अलग-अलग मुद्दों पर पक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोंक भी हुई थी। कार्रवाई में आदिवासी अत्याचार, कारम डैम, राशन घोटाले का मुद्दा उठाया गया था। इसके अलावा राम-सीता पर मंत्री मोहन यादव के बयान का भी विरोध किया गया है। साथ ही कांग्रेस का कहना है कि मोहन यादव माफी मांगें। विपक्ष ने गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन भी किया।
बता दें कि मप्र विस के शीतकालीन सत्र में कांग्रेस ने सरकार को 51 बिंदुओं ने पर तीखे हमले करते हुए अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। प्रस्ताव के दौरान सदन में पूर्व सीएम कमल नाथ की गैर मौजूदगी पर तंज भी कसे गए, संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा बोले- यह तो कमल नाथ का नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह पर अविश्वास है। 12 घंटे से ज्यादा चली बहस के बाद गुरुवार यानि आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह प्रस्ताव पर जवाब देंगे। छत्तीसगढ़ बनने के बाद नई विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर पहली बार 12 घंटे से अधिक कार्यवाही चली। विधानसभा में देर रात 2:30 बजे तक चर्चा हुई। वहीं देर रात नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह मां का स्वास्थ्य खराब होने की सूचना मिलने पर लहार रवाना हो गए।