बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलसपुर में चर्चित हत्याकांड में पकड़े गए सभी 7 आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में किया पेश किया है। आरोपियों को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया है। आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें धर दबोचा। हत्याकांड के इस मामले में पांच राज्यों में पुलिस आरोपियों की सरगर्मी से तलाश कर रही थी। पुलिस की आईटी सेल ने मुख्य आरोपी संजू के भाई को पकड़ने में बड़ी भूमिका निभाई। उसके द्वारा किए गए फोन कॉल से पुलिस को उसकी लोकेशन की जानकारी लगी, जिसके बाद उसका पीछा करते हुए दिल्ली से काठमांडू जाने वाली बस से पकड़ लिया गया। पुलिस के अनुसार वह दिल्ली से नेपाल भागने की फिराक में था। जिसे काठमांडू की बस में सोते हुए पाया। शिनाख्त होने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं हत्या की साजिश रचने वाले उसके ही छोटे भाई कपिल त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही हत्या में साथ देने वाले अन्य आरोपियों को दिल्ली नोएडा व उत्तर प्रदेश से पुलिस ने पकड़ा है, जिसके बाद उन्हें छत्तीसगढ़ लाया गया।
रेकी करने के बाद हो सके हत्या में कामयाब
बता दें कि अब तक पुलिस की जांच में सामने आया है कि परिवार वालों का हाथ ही संजू की हत्या की वारदात में है। संपत्ति विवाद और उसके पिता की दत्तक पुत्री से दुष्कर्म की वारदात इस हत्या की वजह बनी। संजू से परेशान होकर उसके घर वालों ने 5 शूटरों को यूपी से बुलाया और उसकी हत्या करवाई। इससे पहले उनके रहने की व्यवस्था भी की गई। बताया गया कि हत्या के पहले भी कई बार इन हस्ट्री शूटरों ने उसे गोली मारने की कोशिश की, लेकिन वे कामयाब नहीं हो पा रहे था। जिसके बाद उसकी रेकी गई और मौत के घाट उतार दिया गया। हत्या की वारदात की कुछ देर बाद ही संजू का छोटा भाई व अन्य सभी आरोपी भाग खड़े हुए थे। लेकिन नेपाल पहुंचने पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में संजू के पिता जयनारायण त्रिपाठी व छोटे भाई कपिल त्रिपाठी को हत्या की साजिश रची थी। पूलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि शूटरों के लिए यही लोग संजू के पास तक ले गए थे और हत्या की वारदात के बाद शूटरों को कोटा की तरफ भगा दिया।
ऐसे पकड़ा गया कपिल त्रिपाठी
हत्या के बाद से ही पुलिस छत्तीसगढ़ सहित आसपास के 5 राज्यों में आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी। साथ ही पुलिस की साइबर सेल लगातार आरोपियों के जुड़े हुए लोगों के मोबाइल नंबरों को ट्रेस कर रही थी। इसी बी कपिल त्रिपाठी की एक गलती से वह पुलिस के शिकंजे में आ गया। बताया गया है कि वह गोंदिया फिर इसके बाद किसी तरह मध्य प्रदेश के भोपाल पहुंच गया। लेकिन यहां उसने जिस टैक्सी ड्राइवर से लिफ्ट ली उसके मोबाइल से अपने एक सहयोगी को फोन किया। जिसके बाद साइबर सेल को उसकी लोकेशन की जानकारी लग गई। पुलिस ने टैक्सी ड्रावर से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने दो लोगों को इंदौर की बस में बैठाया है। पुलिस को आगे जाकर पता चला कि आरोपी इंदौर से दिल्ली रवाना हुए है। पुलिस ने दिल्ली पहुंचकर काठमांडु के लिए जाने वाली बस को लखनऊ में रोककर कपिल को गिरफ्तार कर लिया। वहीं अन्य आरोपियों को भी यूपी से गिरफ्तार कर लिया गया। हत्या के मामले में 5 शूटरों को तलाश जारी है।
पुलिस की पूछताछ में यह आया सामने
– 10 लाख रुपए में दी गई थी सुपारी।
– 5 लाख रुपए दे गए थे, बाकी 5 लाख हत्या के बाद दिए जाने थे।
– संजू की हत्या करने के लिए उसके पिता और छोटे भाई ने प्लान तैयार किया था।
– आरोपियों के लिए संजू के पिता और छोटे भाई ने कानूनी प्रक्रिया में दोषमुक्त करवाने की बात भी कही थी।
– पुलिस ने 100 से ज्यादा स्थानों के मोबाइल टावरों का कॉल डाटा निकाला।
– 50 से ज्यादा टोल प्लाजा के सीसीटीवी कैमरों की छानबीन की गई।
– एमपी, यूपी, महाराष्ट्र, दिल्ली व छत्तीसगढ़ के 1000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग देखी गई।
-दो पिस्टलों के साथ ही एक कट्टा भी जब्त किया गया है।
– 14 दिसंबर के दिन संजू त्रिपाठी की हत्या की गई थी।
– संजू के शरीर में दस गोलियां लगी थीं।