सागर/मनीष तिवारी। मध्य प्रदेश के सागर जिले के एक मिशनरी स्कूल में कुछ बच्चों को ‘जय श्री राम’ बोलना भारी पड़ गया। यह मामला यहां के सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल का बताया जा रहा है। जहां ‘जय श्री राम’ बोलेने पर 18 बच्चों को सस्पेंड कर दिया गया है। इतना ही नहीं स्कूल मैनेजमेंट ने क्लास में मौजूद 30 बच्चों से लिखित माफीनामा भी मांगा। बताया जा रहा है कि लंच के समय 10वीं के स्टूडेंट क्लास में बैठे थे। इस दौरान मस्ती में वो ‘जय श्री राम’ के जयकारे लगाने लगे।
जैसे ही ये बात स्कूल मैनेजमेंट के पास पहुंची, तो उन्होंने डेढ़ दर्जन से ज्यादा छात्रों को सस्पेंड कर दिया, जबकि बाकी बच्चों से माफीनामा लिखवाकर छोड़ दिया। इधर, घटना की जानकारी राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग तक पहुंची तो इसे गंभीर मानते हुए NCPCR ने कलेक्टर को नोटिस जारी किया और स्कूल मैनेजमेंट पर कार्रवाई के निर्देश दिए। वहीं स्कूल मैनेजमेंट ने सफाई देते हुए कहा है कि कार्रवाई ‘जय श्री राम’बोलने पर नहीं। बल्कि जूनियर छात्रों को परेशान करने पर की गई है।
बता दें कि सागर के स्कूल में जय श्री राम के जयकारे लगाने पर 30 बच्चों पर कार्रवाई की गई है जिसमें 1 दर्जन से अधिक बच्चों को सस्पेंड किया गया है तो वहीं बाकी के बच्चों से माफीनामा लिखवाया गया है मामला शहर के सेंट जोसेफ स्कूल का है इस मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कलेक्टर को नोटिस जारी कर जांच करवाने की मांग की है। बाल आयोग ने अपने पत्र में लिखा है कि प्रथम दृष्टया यह बच्चों को संविधान द्वारा प्रदत्त धार्मिक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार से वंचित करने और शिक्षाग का अधिकार अधिनियम 2009 की धारा 17 के उल्लंघन का एक गंभीर मामला प्रतीत होता है अतः यह सुनिश्चित करते हुए कि बच्चों की शिक्षा प्रभावित ना हो प्रकरण की जांच करवा कर, जांच रिपोर्ट आवश्यक दस्तावेजों के साथ आयोग को पत्र प्राप्ति के 7 दिनों के अंदर भेजे।
बताया जा रहा है कि कक्षा दसवीं के छात्र लंच के समय अपनी कक्षा में बैठे थे तभी वह मस्ती में जयकारे लगाने लगे जैसे ही स्कूल प्रबंधन तक यह बात पहुंची तो लगभग 30 बच्चों पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की गई है जिसमें कुछ बच्चों को सस्पेंड किया गया तो कुछ दे माफीनामा लिखावा कर छोड़ दिया गया।