सीधी। मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान इन दिनों एक्शन मोड में हैं। शनिवार को सीएम ने फिर तीन अधिकारियों को मंच से ही सस्पेंड कर दिया। सरकारी अधिकारियों द्वारा बरती जा रही लापरवाही के चलते आए दिन किसी ना किसी अधिकारी को सस्पेंड कर दे रहें हैं। उनके इस तरह एक्शन मोड में रहने से प्रदेश के प्रशानिक अधिकारियों की सांसें फूलने लगी हैं। सीएम शनिवार को सीधी, रीवा जिले के दौरे पर हैं। सीधी में उन्होंने मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं के स्वीकृति पत्र पात्र हितग्राहियों को दिए जाने वाले कार्यक्रम में पहुंचे। इस कार्यक्रम से रीवा, सतना, सिंगरौली समेत पूरे संभाग की सभी पंचायतें कार्यक्रम से जुड़ीं।
इस दौरान सीएम ने मंच से ही अपने संबोधन के दौरान तीन अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। सीएम ने भरे मंच से कहा कि “मेरे पास बहुत शिकायतें हैं। मनरेगा अधिकारी जो पहले यहां थे अब यहां से कटनी चले गए। मैं उनको तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करता हूं। जिला शिक्षा अधिकारी और प्रभारी तहसीलदार रामपुर नैकिन को भी सस्पेंड करता हूं। अगर जरूरत पड़ी तो इनके खिलाफ जांचें भी होंगी। बात दें कि कार्य में लापरवाही बरते जाने पर सीएम ने तीनों अधिकारियों को निलंबित किए जाने की यह कार्रवाई की है। सीएम ने इस दौरान कहा कि प्रशासन क्लीन होना चाहिए। गड़बड़ करने वाले अगर हैं, तो उनकी व्यवस्था भी करना होगी।
इस दौरान सीएम ने कहा कि जनजातीय समाज को सशक्त बनाने के लिए हमने “पेसा कानून” लागू किया है। वह तेंदूपत्ता खुद तोड़ेंगे और खुद बेचेंगे। एक नया ग्राम स्वराज, जहां जनता सर्वोपरि है। लोकतंत्र का मतलब है जनता का राज। जनता के राज का मतलब है कि जनता को दफ्तरों के चक्कर न लगाना पड़ें और जायज काम गांव में ही हल हो जाएं। इस दौरान सीएम ने 43.88 करोड़ रुपए के 89 विकासकार्यों का भूमिपूजन और 64.49 करोड़ की लागत के 116 कार्यों का लोकार्पण किया। इस दौरान स्थानीय लोक कलाकारों नृत्य की प्रस्तुति दी।