रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस प्रभारी की नियुक्ति पर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस और बीजेपी में बयानों के वार-पलटवार जारी हैं। दरअसल, पीएल पुनिया को हटाकर कांग्रेस ने कुमारी शैलजा को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी नियुक्त किया है। जिसपर कांग्रेस पार्टी में जहां बधाइयों को दौर जारी है तो वहीं इसपर राजनीतिक बयानबाजी भी खूब हो रही है।
बीजेपी का तंज
बीजेपी सांसद सुनील सोनी न तंज कसते हुए कहा है कि आलाकमान को लग रहा होगा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस साफ होने वाली है। इसलिए यह बदलाव किया है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भी कांग्रेस पर तंज कसा। कहा कि कांग्रेस में अंदरुनी कलह के कारण यह फैसला लिया गया है। प्रभारी बदलने से कुछ नहीं होगा। जनता ने कांग्रेस की सरकार बदलने का मन बना लिया है। बीजेपी प्रवक्ता राजेश मूणत ने कहा कि सरकार के सामने पुनिया बेबस हो गए थे। प्रभारी बदलने से कांग्रेस की गुटबाजी खत्म नहीं होगी।
कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस प्रभारी बदलने पर भाजपा नेताओं द्वारा की जा रही बयानबाजी पर कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बीजेपी पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी ने पिछले 4 साल में तीन प्रभारी बदले, चार प्रदेश अध्यक्ष बदले, एक नेता प्रतिपक्ष को बदला। हमारे एक सामान्य प्रशासनिक बदलाव पर इस प्रकार की टिप्पणी न करें तो ज्यादा बेहतर है। 6 साल तक पीएल पुनिया छत्तीसगढ़ के प्रभारी थे। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की नाक में दम कर दिया था। 15 साल पुरानी सरकार को उखाड़ फेंकने की नीति बनाई थी।
कौन हैं कुमारी शैलजा
कुमारी शैलजा हरियाणा के अंबाला से सांसद रह चुकी हैं। इससे पहले वे दो कार्यकालों के लिए सिरसा निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुनी गई थीं। यूपीए सरकार में सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय में कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं। पंजाब युनिवर्सिटी, कॉन्वेंट ऑफ़ जीसस & मैरी से पढ़ाई करने वालीं कुमारी शैलजा का जन्म 24 सितंबर 1962 को चण्डीगढ़ में हुआ।