Manipal University ‘terrorist row’: बीते सोमवार को कर्नाटक के उडुपी जिले में मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) में एक प्रोफेसर द्वारा एक मुस्लिम छात्र को आतंकवादी अजमल कसाब से संदर्भित करना भारी पड़ गया। प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत आने के बाद जांच पूरी हो जाने तक उसे पढ़ाने से प्रतिबंधित कर दिया गया है। बता दें कि 26/11 हमलों का मास्टरमाइंड अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा गया था, जिसे 2012 में फांसी दे दी गई थी।
बता दें कि बीते सोमवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें एक छात्र और एक प्रोफेसर के बीच उस वक्त बहस शुरू हो गई जब प्रोफेसर ने कथित रूप से मुस्लिम छात्र को आतंकवादी अजमल कसाब के लिए संदर्भित किया था। ट्विटर पर कई यूजर्स द्वारा अपलोड किए गए 45 सेकंड के कथित वीडियो में इंजीनियरिंग के छात्र को अपने सहपाठियों के सामने अपने शिक्षक से भिड़ते देखा जा सकता है।
A Professor in a class room in India calling a Muslim student ‘terrorist’ – This is what it has been to be a minority in India! https://t.co/EjE7uFbsSi
— Ashok Swain (@ashoswai) November 27, 2022
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प्रोफेसर ने छात्र से उसका नाम पूछा था, और एक मुस्लिम नाम सुनकर कहा, “ओह, तुम कसाब की तरह हो!” तब छात्र ने जवाब में कहा, “26/11 मजाकिया नहीं था। इस देश में एक मुस्लिम होने के नाते और हर दिन इस सब का सामना करना मज़ेदार नहीं है, सर। आप मेरे धर्म के बारे में मज़ाक नहीं कर सकते, वह भी इस तरह के अपमानजनक तरीके से। यह मज़ेदार नहीं है सर, यह नहीं है ।” तब प्रोफेसर ने छात्र को शांत करने की कोशिश करते हुए कहा, “तुम बिल्कुल मेरे बेटे की तरह हो …”। इस पर छात्र ने भी पलटवार करते हुए जवाब दिया, “क्या आप अपने बेटे से इस तरह बात करेंगे? क्या आप उसे आतंकवादी के नाम से बुलाएंगे?” जब प्रोफ़ेसर ने “नहीं” कहा, तो छात्र ने कहा, “फिर आप इतने सारे लोगों के सामने मुझे ऐसा कैसे कह सकते हैं? आप एक पेशेवर हैं, आप पढ़ा रहे हैं। सॉरी आपके सोचने के तरीके को नहीं बदलता है।”
वहीं घटना के बाद शिक्षक को प्रतिबंधित कर दिया गया है और MIT द्वारा एक माफीनामा भाी जारी किया गया है। इस मामले में विश्वविद्यालय ने अपने बयान में कहा, “संस्थान ने पहले ही घटना की जांच शुरू कर दी है और संबंधित कर्मचारियों को जांच पूरी होने तक कक्षाओं से बाहर कर दिया गया है। हम चाहते हैं कि हर कोई यह जान ले कि संस्थान इस तरह के व्यवहार की निंदा करता है और इस अलग-थलग घटना से निपटा जाएगा।”