Kuno National Park : कूनो नेशनल पार्क से एक बड़ी खबर सामने आई है। नामीबिया से भारत आए चीतों पर सबसे बड़ा खतरा टल गया है। खतरा टलने के बाद वनकर्मियों ने राहत की सांस ली है। अब जल्इ ही जंगल में पांच मादा चीतों को छोड़ा जाएगा। कूनो नेशलन पार्क में चीतों पर उनके बाड़े के करीब घूम रहे तेंदुए से बड़ा खतरा था। बीते दिनों तेंदुए चीतों के बाड़े के आसपास दिखाई दिए थें इसके बाद से वनकर्मीयों की टेंशन बढ़ गई थी, लेकिन अब चीतों के बाढ़े से तेंदुआ निकल गया है। माना जा रहा है कि वन विभाग जल्द ही अन्य चीतों को बाढ़े में छोड़ने का निर्णय ले सकता है। बता दें कि तेंदुआ वन विभाग के लिए चुनौती बना हुआ था, वनकर्मियों को आशंका थी कि कहीं तेंदुआ चीतों पर हमला ना कर दे।
दरअसल, कूनो पार्क में नामीबिया से भारत लाए गए चीतों को नेशलन पार्क में लाने से पहले उनके लिए एक बाढ़े का निर्माण कार्य शुरू किया गया था, लेकिन उस दौरान पांच खूंखार तेंदुए बाढ़े में घुस गए थें। जैसे तैसे वनविभाग ने चार तेंदुओं को बाढ़े से बाहर कर दिया था। तेदुओं को निकालने में हाथियों की मदद ली गई थी, लेकिन एक खूंखार मादा तेंदुआ बाढ़े से नहीं निकल पाया था, जो वन विभाग के लिए चुनौती बना हुआ था। लेकिन बीती रात बाड़े के बाहर लगे कैमरे में तेंदुआ कैद होने के बाद वन विभाग के कर्मचारियों ने राहत की सांस ली। कैमरे में तेंदुआ बाड़े से बाहर जाता हुआ दिखाई दिया था। इसकी पुष्ठि अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत के दौरान की है। अधिकारियों का कहना है कि तीनों चीतें अब सुरक्षित है। वह बाड़े में लगातार शिकार कर रहे हैं।
बाढ़े से तेंदुए के बाहर जाने के बाद छोटे बाड़े से पांच मादा चीतों को भी बाड़े में छोड़ा जा सकता है। इन चीतों के लिए तेंदुए की मौजूदगी बड़ा खतरा था। वन विभाग के सूत्रों ने कहा कि इन्हें आजाद करने पर निर्णय टॉस्क फोर्स लेगी। टॉस्क फोर्स की मीटिंग के बाद ही इन चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ने पर निर्णय लिया जाएगा।