Nepal Election: जहां पिछले दिनों ही नेपाल में चुनाव करवाए गए थे, जिसमें स्पष्ट बहुमत न मिलने के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी सेंटर) के बीच एक बार फिर से गठबंधन पर बात ठन गई है। प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के साथ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष पुष्पकमल दहल प्रचंड की बैठक के बाद अपने पांच-दलीय सत्तारूढ़ गठबंधन को जारी रखते हुए देश में नई सरकार बनाने पर सहमती बनी।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री देउबा और पुष्पकमल दहल प्रचंड ने काठमांडू में प्रधानमंत्री आवास पर मुलाकात की। सीपीएन-माओवादी सेंटर के स्थायी समिति के सदस्य गणेश शाह ने कहा कि बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा की और नई सरकार के गठन की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया। गणेश शाह ने कहा, ‘‘मौजूदा सत्तारूढ़ गठबंधन को जारी रखने के लिए दोनों नेताओं के बीच सहमति बन गयी है।’’
बता दें कि नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की नेपाली कांग्रेस के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन ने शनिवार को नेपाल के संसदीय चुनाव में अपनी बढ़त बनाए रखी। अभी तक प्रत्यक्ष मतदान चुनाव प्रणाली के तहत 150 सीट के परिणाम घोषित हुए हैं जिनमें से नेपाली कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 82 सीट पर जीत हासिल की है। जानकारी के लिए बता दें कि इस बार नेपाल की संसद की कुल 275 सीटों और प्रांतीय विधानसभाओं की 550 सीटों पर वोटिंग प्रक्रिया की गई थी। जिसमें देश की 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा की 165 सीट का चुनाव प्रत्यक्ष मतदान से होता है, जबकि शेष 110 सीट का चुनाव आनुपातिक चुनाव प्रणाली के जरिये होता है। सदन में स्पष्ट बहुमत हासिल करने के लिए किसी पार्टी या गठबंधन को 138 सीट की जरूरत होती है।
अंत में बताते चलें कि 2015 के बाद से नेपाल में ये दूसरा मौका है जब चुनाव हुए। चुनाव रविवार को हुए थे। जबकि वोटों की गिनती सोमवार को शुरू हुई थी। गिनती के बाद साफ हो गया था कि किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल रहा था। जिसके बाद से ये माना जा रहा था कि एक बार फिर देउबा की गठबंधन सरकार केंद्र में वापस आएगी। वहीं अब सरकार पर मुहर लग गई है।