सतना। Satna News : सतना जिले में जिला कलेक्टर की पत्नी ने एक नवाचार की शुरुआत की है। जिसमें कलेक्टर की पत्नी ने गरीब और निर्धन बच्चों के लिए बाल वस्त्र दान किये है। इस अभियान की शुरुआत मझगवां विकासखंड के ग्रामीण इलाकों से की गई। आपको बता दें इस अभियान की शुरूआत बाल कल्याण समिति और महिला बाल विकास से जुड़कर 25 सितंबर को सतना जिले में बाल पत्र एकत्रित करने की शुरुआत की गई थी। यह वस्त्र 1 से 18 साल तक के बच्चों को दान किए गए हैं। वस्त्र पाकर बच्चों और उनके परिजनों के चेहरे खुशियों से खिल उठे।
25 सितंबर को हुई थी शुरूआत —
आपको बता दें सतना जिले में जिला कलेक्टर की पत्नी ने एक नवाचार की शुरुआत की है। इस नवाचार में कलेक्टर की पत्नी ने गरीब एवं निर्धन बच्चों के लिए बाल वस्त्र दान किये, इस अभियान की शुरुआत आज से जिले के मझगवां विकासखंड के ग्रामीण इलाकों से की गई। इसके लिए सतना जिले में बाल वस्त्र दान अभियान के नवाचार की शुरुआत में जिलेभर के सामाजिक, व्यापारिक, शिक्षण संस्थान एवं शहर वासियों का भरपूर सहयोग मिला।
बाल वस्त्र दान अभियान दिया नाम —
गौरतलब हैं कि सतना जिले में जिला कलेक्टर अनुराग वर्मा की पत्नी नेहा चौधरी वर्मा ने जिले के आँचलिक क्षेत्रों में गरीब और निर्धन बच्चों को सर्दियों को देखते हुए वक्त देने के लिए एक नवाचार की शुरुआत की। जिसमें कलेक्टर की पत्नी ने बाल वस्त्र दान अभियान नाम देकर एक टीम बनाई। जिसमे बाल कल्याण समिति और महिला बाल विकास से जुड़कर 25 सितंबर को सतना जिले में बाल पत्र एकत्रित करने की शुरुआत की गई। 31 अक्टूबर तक करीब 20 हजार वस्त्रों को जिले भर के सामाजिक, व्यापारिक, शिक्षण संस्थान एवं शहरवासियों से संग्रहित कर लिए गए। इसके बाद इन वस्त्रों को जिले के मझगवां विकासखंड के आदिवासी बाहुल्य पटनी गांव से बच्चों को दान करने की शुरुआत की गई। इसके अलावा कानपुर, देवलहा ग्राम में भी बच्चों को वस्त्र दान किए गए। यह वस्त्र 1 से 18 साल तक के बच्चों को दान किए गए हैं। वस्त्र पाकर बच्चों एवं उनके परिजनों के चेहरे खुशियों से खिल उठे थे।