दिल्ली। Delhi School Closed: इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है जहां पर राजधानी दिल्ली की हवा में बढ़ते जहर के बाद अब प्रदूषण की स्थिति में सुधार होने तक दिल्ली के प्राथमिक स्कूल 5 नवंबर से बंद करने के आदेश जारी किए गए है। इसके अलावा आउट डोर एक्टिविटी पर भी रोक लगा दी गई है। बता दें कि, हरियाणा में भी स्कूल बंद किए जा सकते है।
दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति में सुधार होने तक दिल्ली के प्राथमिक स्कूल कल से बंद रहेंगे। pic.twitter.com/dm5MXmnD9N
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 4, 2022
सरकारी कर्मचारी करेगे वर्क फ्रॉम होम
दिल्ली सरकार के 50 फीसदी कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम लेंगे। निजी कार्यालयों को भी इसका पालन करने के लिए एडवाइजरी जारी की जा रही है
एम्स के पूर्व निदेशक का बयान
यहां पर दिल्ली के बढ़ते प्रदूषण को लेकर AIIMS के पूर्व निदेशक डॉ.रणदीप गुलेरिया ने कहा कि, खतरनाक प्रदूषण से लोगों की मृत्यु हो रही हैं और जीवन स्तर कम हो रहा है। AIIMS में वायु प्रदूषण बढ़ते ही सांस की तकलीफ वाले मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। गर्भवती महिलाओं और होने वाले बच्चों पर भी इसका बुरा असर होता है:बच्चे, बुजुर्ग, जिनके के फेफड़े और हार्ट कमजोर हैं उनको ऐसी जगहों पर नहीं जाना चाहिए जहां प्रदूषण ज्यादा है। जाना है तो दिन में जाएं जब धूप निकल गई हो और मास्क लगा कर जाएं। वायु प्रदूषण को हम एक साइलेंट किलर कह सकते हैं।
सीएम केजरीवाल ने केंद्र से की मांग
यहां पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने फौरन केन्द्र सरकार से इस बारे में कदम उठाने की अपील की है कहा कि, दिल्ली में प्रदूषण काफ़ी ज़्यादा हो गया है. लोगों को सांस लेने में मुश्किल हो रही है. ये सिर्फ़ दिल्ली की नहीं बल्कि पूरे उत्तर भारत की समस्या है. दिल्ली के अलावा हरियाणा और यूपी के कई शहरों में हवा बेहद ख़राब चल रही है. केजरीवाल ने आगे कहा कि इसके लिये कई लोकल कारण है. एक राज्य की गाँव एक राज्य में नहीं रहती इधर से उधर जाती है. केन्द्र सरकार को कदम उठाने चाहिये. उन्होंने कहा ये समय राजनीति का या गाली देने का नहीं है. दिल्ली सीएम ने कहा कि पंजाब में पराली जल रही तो इसके लिए हम खुद जिम्मेदार हैं, क्योंकि वहां पर हमारी सरकार है।
पंजाब में पराली की बढ़ी मात्रा
सीएम केजरीवाल ने कहा, ‘‘हम वाहनों के लिए सम-विषम योजना लागू करने पर भी विचार कर रहे हैं।’’ प्रेसवार्ता के दौरान केजरीवाल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद रहे। केजरीवाल ने स्वीकार किया कि पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं की जिम्मेदारी उनकी पार्टी की है क्योंकि वहां आम आदमी पार्टी की सरकार है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, ‘‘चूंकि, पंजाब में हमारी सरकार है इसलिए पराली जलाने की घटनाओं के लिए हम जिम्मेदार हैं। हमें वहां सरकार बनाए केवल छह महीने हुए हैं और कुछ ऐसे मुद्दे हैं, जिनका समाधान किया जा रहा है। हम हल ढूंढ रहे हैं। समस्या के समाधान के लिए हमें एक साल का समय दें।’’ वहीं, मुख्यमंत्री मान ने कहा कि पंजाब में धान की भारी पैदावार के चलते पराली की मात्रा और बढ़ी है। उन्होंने कहा, ‘‘पंजाब के खेतों में पराली को दबाने के लिए 1.20 लाख मशीन तैनात की गई हैं। ग्राम पंचायतों ने पराली नहीं जलाने के संबंध में प्रस्ताव पारित किए हैं