नई दिल्ली। Chhath Puja 2022 : बीते 28 अक्टूबर से शुरू हुए छठ पर्व के आज आखिरी दिन उगते सूर्य को जल अर्पित कर व्रत की समाप्ति हो गई। व्रतधारी महिलाओं ने सुबह से छठ मैया का ध्यान लगाकर सूर्य की उपासना की। शहर में भी जगह—जगह बने पूजा के लिए घाटों पर सूर्य उपासना हुई। आपको बता दें छठ पर्व की शुरूआत शुक्रवार से हुई थी। सोमवार को सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा का समापन हो गया।
रविवार को तीसरे दिन डूबते सूर्य को अध्र्य दिया गया। पूरे चारों दिन नहाय-खाय और अरपा मैय्या की महाआरती के साथ छठ मैया की उपासना हुई। 36 घंटे के निर्जला व्रत के कठिन तप के साथ इन व्रतों की समाप्ति हुई।
29 अक्टूबर 2022 को खरना – Chhath Puja 2022
छठ महापर्व के दूसरे दिन यानि 29 अक्टूबर को महिलाओं ने गुड़ की खीर को प्रसाद के रूप में बनाकर रात में ग्रहण किया। जिसके बाद से 36 घंटे के व्रत की शुरूआत हुई थी। इसके बाद 30 अक्टूबर 2022 को छठ पूजा का पहला अर्घ्य Chhath Puja 2022 दिया गया। आपको बता दें छठ पूजा के तीसरे दिन जब सूर्यास्त होता है तब डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। व्रत रखने वाली महिलाएं और पुरूष व्रती महिला और पुरुष नदी, तालाब या कुंड में जाकर पानी में खड़े होकर अर्घ्य देती हैं।
31 अक्टूबर 2022 को सुबह का अर्घ्य Chhath Puja 2022
यानि चौथे दिन व्रतियों ने पानी में खड़े होकर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। इसके बाद छठ पूजा का समापन हुआ।