British Pm: ब्रिटेन के कंजर्वेटिव पार्टी के नेता ऋषि सुनक को ब्रिटेन को नए प्रधानमंत्री के रूप में चुन लिया गया है। जानकारी के अनुसार, आगामी 28 अक्टूबर को उनकी ताजपोशी की जाएगा यानि शपथग्रहण कार्यक्रम का आयोजन होगा। गौरतलब है कि ब्रिटेन के इतिहास में सुनक ऐसे पहले व्यक्ति है जो भारतीय मूल के है। वहीं उन्हें ब्रिटेन के नए पीएम चुने के बाद भारत में राजनीति की शुरूआत हो चुकी है। पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने सुनक के बहाने केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला बोला है।
बता दें कि जहां भारत समेत दुनियाभर के देश सुनक को प्रधानमंत्री चुने जाने को लेकर बधाई दे रहे है वहीं इसी बीच पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने सुनक के बहाने बीजपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यूके ने अल्पसंख्यक को पीएम चुन लिया है। फिर भी हम एनआरसी और सीएए जैसे विभाजनकारी और भेदभावपूर्ण कानूनों में फंसे हैं। उन्होंने कहा, “गर्व का क्षण है कि यूके का पहला भारतीय मूल का पीएम होगा। यह याद रखना हमारे लिए अच्छा होगा कि यूके ने एक जातीय अल्पसंख्यक सदस्य को अपने प्रधान मंत्री के रूप में स्वीकार कर लिया है। फिर भी हम एनआरसी और सीएए जैसे विभाजनकारी और भेदभावपूर्ण कानूनों से बंधे हैं।”
Proud moment that UK will have its first Indian origin PM. While all of India rightly celebrates, it would serve us well to remember that while UK has accepted an ethnic minority member as its PM, we are still shackled by divisive & discriminatory laws like NRC & CAA.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 24, 2022
वहीं मुफ्ती के बयान पर बीजेपी की तरफ से पलटवार करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, “ऋषि सुनक के यूके के पीएम के रूप में चुने जाने के बाद भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर टिप्पणी करते हुए महबूबा मुफ्ती का ट्वीट देखा। महबूबा मुफ्ती जी! क्या आप जम्मू-कश्मीर में अल्पसंख्यक को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार करेंगी? कृपया उत्तर दें।”
A competent leader of Indian origin Rishi Sunak is becoming the Prime Minister of UK. We all need to compliment him on this extraordinary success. It is tragic that some Indian politicians are unfortunately trying to make a political brownie point on this occasion.
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) October 25, 2022
साथ ही आगे जवाब में रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ब्रिटेन के पीएम के रूप में ऋषि सनक के चुनाव के बाद कुछ नेता बहुसंख्यकवाद के खिलाफ अति सक्रिय हो गए। एपीजे अब्दुल कलाम की असाधारण अध्यक्षता, मनमोहन सिंह के 10 वर्षों के लिए प्रधान मंत्री के रूप में उन्हें धीरे से याद दिलाना। एक प्रतिष्ठित आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू अब हमारी राष्ट्रपति हैं।