Shiv Sena: जब से महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे ने बगावत कर सरकार बनाई है तभी से महाराष्ट्र की पॉलिटिक्स में हलचल सी मची हुई है। जैसे ही शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनें, उसके बाद उन्होंने अपने गुट को को असली शिवसेना (जिसका चुनाव चिन्ह धनुष और बाण है) करार दिया था। शिंदे गुट ने कई बार इस मुद्दे को चुनाव आयोग के सामने रखा था। अब जाकर शिंदे गुट की बात सुनी गई और दोनों गुट से दस्तावेज मागें गए थे, जिसे शिंदे गुट ने चुनाव आयोग को सौप दिया। अब ठाकरे गुट से भी दस्तावेज मागें गए है।
बता दें कि बीते 7 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे गुट और एकनाथ शिंदे गुट को अपने दावे के सभी दस्तावेज जमा कराने को कहा था। इसी सिलसिले में शुक्रवार शिंदे गुट ने पार्टी से जुड़ी सभी दस्तावेज चुनाव आयोग को सौंपे। हालांकि ठाकरे गुट अपना दस्तावेज जमा नहीं करा सका। चुवान आयोग ने उद्धव ठाकरे गुट को शनिवार 8 अक्टूबर तक अपना जवाब और दस्तावेज सौंपने का समय दिया है।
गौरतलब है कि नवंबर में मुंबई की अंधेरी विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाले हैं, ऐसे में एकनाथ शिंदे गुट जल्द फैसला चाहता है। शिवसेना को लेकर मामला जून से ही अटका पड़ा है।