रिपोर्ट। दिलजीत सिंह मान
रतलाम। आपने माता रानी के मंदिर Navratri 2022 Maa Kalika Mandir Ratlam से जुड़ी कई परंपराओं के बारे में सुना होगा। mp hindi news लेकिन क्या कभी navtarti 2022 ऐसे मंदिर में जहां माता ashtami puja गरबे से मां की आराधना होती है। जी हां आज हम बात कर रहे हैं रतलाम के खास मंदिर की। जहां ऐसा होता है। रतलाम के प्राचीन कालिका मंदिर में नवरात्रि में नो दिनों तक भक्तो का हुजूम रहता है।
सुबह 4 बजे से होता है गरबा —
यहाँ सुबह 4 से 6 गरबे किये जाते है लेकिन अष्टमी पर कलिका माता मंदिर पर गुलाल और गरबा की खास परम्परा है आज सुबह 4 से 6 बजे भी 70 सालो से चली आ रही इस गुलाल और गरबा की परम्परा के चलते गरबे के दौरान माँ के दरबार में जमकर गुलाल उड़ाई गयी ,आज के दिन गरबा खेलने वाली युववतीय और महिलाओ की संख्या भी ज्यादा होती है अष्टमी पर सुबह गुलाल और गरबे के इस परम्परा के चलते दूर दराज से भी इस गरबे में शामिल होने महिलाये व् युवतियां आती है जिससे अष्टमी के इस गुलाल के साथ होने वाले गरबे में हजारो Maa Kalika Mandir Ratlam की संख्या में युवतियां व् महिलाये माँ कालिका माता के दरबार में गरबा करती है इस परंपरा को देखने भक्तो का भी काफी खास हुजूम आज इस मंदिर पर होता है माँ कालिका माता मंदिर के परिसर में हजारो गरबा करती महिलाओ व युवतियों के बीच रंग गुलाल उड़ाया जाता है।
पूरा परिसर गुलाल के रंग में रंगीन हो जाता है मान्यता है की इस गुलाल के साथ आज गरबा में शामिल होने वाली युवतियों और महिलाओ की हर मनोकामना माँ पूरी करती है। 9 दिवसीय कलिका माता मंदिर में गरबा के दौरान इस वर्ष ख़ास आकर्षण मांडवी गरबा था। जिसमे महिला ने 51 दीपो से सजा मांडवा सर पर रखकर गरबा करती है
इसके अलावा कलिका माता मंदिर में दीप कलश गरबा जो सालो से चला आ रहा है इसमें महिलाएं सर पर कलश व् दीपक लेकर गरबा खेलती है , आज ही के दिन यहां हजारो क्विंटल गुलाल भी उड़ाया जाता है। आज भी तकरीबन 100 किलो से अधिक की मात्रा में गुलाल उड़ाया गया।