बंसल न्यूज। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश-दुनिया से मिले उपहारों की नीलामी के लिए लगातार चौथी बार प्रदर्शनी लगाई गई है, लेकिन इस बार की प्रदर्शनी पिछली तीन वर्षों से कुछ अलग हैं। क्योंकि इस बार नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट (NGMA) ने दिव्यांगों के लिए सांकेतिक भाषा में प्रदर्शनी देखने की पहल की है। शुरुआत अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस के अवसर पर की गई। कार्यक्रम में म्यूजिकल परफार्मेंस के अलावा पपेट शो, मैजिक शो का भी आयोजन किया गया। पीएम मोदी को मिले गिफ्ट्स के ऑक्शन के लिए लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। यह अनुभव उन सभी मासूमों के लिए पहला और बिल्कुल अगल था। जब बच्चों ने पीएम को मिले उपहारों को साइन लैग्वेज में और अपने हाथों से छूकर उन्हें महसूस किया और उनसे जुड़ी जानकारी हासिल की।
ब्रेल में सूची रिलीज की
दिव्यांग बच्चों के साथ आए उनके शिक्षकों ने बताया कि इस दिन को ये बच्चे शायद ही कभी भुला पाएं। नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट की निदेशक टेम्सुनारो जमीर ने बताया कि सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए यहां कई तरह के रचनात्मक कार्यक्रमों के आयोजन की शुरूआत की गई है। इसके अलावा यहां ऑडियो गाइड ऐप के साथ साथ ब्रेल में यहां की चुनिंदा चीजों की एक सूची भी रिलीज की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को मिले उपहारों को देखने का अधिकार सबको है और किसी भी कुदरती कमी के कारण उन्हें इससे वंचित नहीं रखा जा सकता।
2 अक्टूबर तक चलेगी प्रदर्शनी
यह प्रदर्शनी 17 सितंबर पीएम मोदी के जन्मदिन से शुरू हुई थी और 2 अक्टूबर गांधी जयंती तक चलेगी। इस नीलामी से प्राप्त होने वाली राशि को भारत सरकार द्वारा गंगा की सफाई के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम ‘नमामि गंगे’ में लगाया जायेगा। इसमें 100 रुपए से लेकर 10 लाख तक के बेस प्राइस वाले 1200 से ज्यादा सामानों को दर्शाया गया है।