नई दिल्ली। बीते 15 दिनों से शुरू हुए Savra Pitru Amavaya 2022 श्राद्ध पक्ष की समाप्ति कल यानि 25 सितंबर को पितृमोक्ष अमावस्या के साथ हो जाएगी। अगर आपको अपने पूर्वजों की मृत्यु की तिथि नहीं पता है तो Pitru Moksha Amavaya 2022 इस दिन श्राद्ध किया जा सकता है। कहते है कि pitur paksha 2022 पितरों का श्राद्ध करने का अधिकार Savra Pitru Amavaya 2022 केवल घर के बड़े बेटे या छोटे का होता है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि अगर घर के मंझले को इस बात का अहसास हो कि पितृ उससे नाराज हैं तो क्या वह श्राद्ध कर पितृ दोष दूर करने के प्रयास कर सकता है। तो आपको बता दें जानकारों और ज्योतिषचार्य का इस पर क्या विचार हैं आइए जानते हैं।
क्या घर का मंझला बेटा कर सकता है श्राद्ध –
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री का कहना है कि शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है श्राद्ध करने का अधिकार गर्भ की पहली संतान या छोटे को होता है। इसलिए शास्त्रानुसार तो ऐसा नहीं किया जा सकता। परंतु एक सांसारिक दृष्टि से देखें तो माता-पिता पर सभी संतानों का समान हक होता है। इस दृष्टि से यदि आप तर्पण और श्राद्ध की विधि नहीं कर पा रहे हैं तो पितरों के नाम का दान किसी गरीब, असहाय, बेसहारा या ब्राहृमण को किया जा सकता है। इससे पितृ देव प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते हैं।
यदि घर में नहीं है बेटा तो क्या लड़कियां कर सकती है श्राद्ध –
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार श्राद्ध में कई तरह के नियम होते हैं जिनका पालन करना जरूरी होता है। जैसे जनेउ आदि को पहनने के नियम। इस स्थिति में लड़किया इस नियम का पालन नहीं कर पाती। अतः घर में लड़के के न होेने पर श्राद्ध परिवार के किसी अन्य लड़के, या घर के दामाद द्वारा किया जा सकता है।