भोपाल। आम तौर पर 17 सितंबर तक मानसून की विदाई हो जाती है। लेकिन इस बार ऐसा होता नहीं दिख रहा है। विशेषज्ञों की मानें तो जाते-जाते एक बार फिर एमपी में भारी बारिश हो सकती है। 22 सितंबर को मौसम विभाग द्वारा जारी डेली रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के 16 जिलों में एक बार फिर भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। ऐसा इसलिए बताया जा रहा है कि बंगाल की खाड़ी और ओडिशा के तट पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है जो छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ सकता है। मानसून की ट्रफ रेखा मध्यप्रदेश से गुजर रही है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश पर भी सर्कुलेशन है। दक्षिण.पश्चिम मानसून, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उससे सटे कच्छ से वापस आ गया है।
भोपाल में गुरूवार सुबह से ही आसमान में बादलों का घेरा रहा था। जिसके बाद एक बार फिर बौछारों का सिलसिला शुरू हो गया था। आने वाले 24 घंटों के लिए भी मौसम विभाग ने प्रदेश के करीब 16 जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी कर दिया है।
इन जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी –
चंबल संभाग के जिलों में दतिया, ग्वालियर, गुना, आगर, शाजापुर, झाबुआ, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, बैतूल, मंडला, बालाघाट, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी जिला में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
इन जिलों में आकाशीय बिजली गिरने का यलो अलर्ट जारी –
वहीं रीवा सागर शहडोल जबलपुर नर्मदा पुरम भोपाल इंदौर उज्जैन ग्वालियर संभाग सालों में गरिमा के साथ बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।