नई दिल्ली। Patanjali IPO Big Update पतंजलि समूह का कारोबार अगले पांच से सात साल में ढाई गुना होकर एक लाख करोड़ रुपये पर पहुंचने का अनुमान है। पतंजलि समूह के संस्थापक बाबा रामदेव ने शुक्रवार को यह उम्मीद जताई। उन्होंने बताया कि पतंजलि समूह अपनी चार कंपनियों के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की तैयारी में है। रामदेव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की कि उनका समूह आगामी वर्षों में पांच लाख लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार उपलब्ध कराएगा।
40 करोड़ है मौजूदा कारोबार
उन्होंने कहा, ‘‘पतंजलि समूह का मौजूदा कारोबार करीब 40,000 करोड़ रुपये है। आने वाले पांच से सात साल में समूह का कारोबार एक लाख करोड़ रुपये पर पहुंचने का अनुमान है।’’रामदेव ने कहा कि समूह की कंपनी पतंजलि फूड्स (पहले रुचि सोया) शेयर बाजार में सूचीबद्ध हो चुकी है और चार अन्य कंपनियों का आईपीओ अगले पांच वर्ष में लाया जाएगा। ये चार कंपनियां हैं पतंजलि आयुर्वेद, पतंजलि मेडिसिन, पतंजलि लाइफस्टाइल और पतंजलि वेलनेस। उन्होंने कहा, ‘‘पतंजलि आयुर्वेद एक स्थापित कंपनी है और आईपीओ के लिहाज से इसकी उत्पाद श्रृंखला, पहुंच, ग्राहक आधार, लाभप्रदता और भविष्य सबकुछ अनुकूल है।’’
25 हजार बेड उपलब्ध कराने की योजना
रामदेव ने कहा, ‘‘पतंजलि वेलनेस के तहत 25,000 बेड उपलब्ध कराने की योजना है। अभी ऐसे 50 केंद्र है जिन्हें बढ़ाकर 100 करने की योजना है, जिसमें आईपीडी और ओपीडी भी होंगे। धीरे-धीरे विस्तार करते हुए इसे फ्रेंचाइजी मॉडल तक ले जाएंगे।’’ उत्तराखंड के रुद्रपुर में प्रमाणित सरकारी प्रयोगशाला की रिपोर्ट में पतंजलि घी में मिलावट पाए जाने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि ये गलत है और उन्होंने इसमें कुछ अधिकारियों की मिलीभगत का भी आरोप लगाया। रामदेव ने कहा, ‘‘ये सरकारी एजेंसी की गलती है। मुझे यह तो नहीं पता कि इसमें कौन लोग शामिल हैं लेकिन यह जानता हूं सरकार इस सब में शामिल नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बाजार में आने से पहले सभी उत्पादों की कई बार जांच होती है। हम कई देशों में अपने उत्पादों का निर्यात भी करते हैं जहां के गुणवत्ता मानक बहुत ऊंचे हैं।’’
रामदेव बाबा ने किया दावा
रामदेव ने दावा किया कि समूह के सभी उत्पाद उच्च गुणवत्ता के हैं और धार्मिक, राजनीतिक, दवा एवं बहुराष्ट्रीय कंपनियों के ‘माफिया’ उनके ब्रांड की छवि खराब करने के प्रयास कर रहे हैं। रामदेव ने बताया कि समूह ने 100 से अधिक लोगों को कानूनी नोटिस भेजे हैं और प्राथमिकी भी दर्ज कराई है। हालांकि, उन्होंने उन लोगों और संगठनों के नाम नहीं बताए। उन्होंने कहा कि इन आरोपों के बावजूद पतंजलि गाय के घी की बिक्री घटी नहीं, बल्कि बढ़ गई है। पतंजलि समूह ने बयान में कहा, ‘‘धार्मिक आतंकवाद योग को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। चिकित्सा आतंकवाद और दवा माफिया आयुर्वेद को बदनाम कर रहा है और बहुराष्ट्रीय माफिया स्वदेशी अभियान को बदनाम करना चाहता है।’