मुंबई। डीएचएल सप्लाई चेन अगले पांच वर्षों में भारत में अपनी भंडारण क्षमता, कार्यबल आदि का विस्तार करने के लिए 50 करोड़ यूरो (लगभग 4,000 करोड़ रुपये) का निवेश करेगी। कंपनी ने बुधवार को बयान में कहा कि इस विस्तार के अलावा, डीएचएल की वर्ष 2026 तक अपनी कुल क्षमता को बढ़ाकर लगभग 2.2 करोड़ वर्गफुट करने के लिए अपने मौजूदा पोर्टफोलियो में 1.2 करोड़ वर्ग फुट गोदाम स्थल जोड़ने की योजना है। कंपनी ई-कॉमर्स, खुदरा, उपभोक्ता, विनिर्माण के साथ-साथ मोटर वाहन जैसे बढ़ते क्षेत्रों की मांग को पूरा करने के लिए बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, मुंबई, एनसीआर और पुणे जैसे प्रमुख महानगरों में पूर्ण स्वामित्व वाले डीएचएल बहु-ग्राहक स्थलों में इस 1.2 करोड़ वर्गफुट की क्षमता को जोड़ेगी।
इसके अलावा, राज्यों की राजधानियों और दूसरे श्रेणी के शहरों जैसे कि बद्दी, कोचीन, कोयंबटूर, गुवाहाटी, साणंद, इंदौर, लखनऊ, भुवनेश्वर, होसुर और विशाखापत्तनम में बहु-ग्राहक साइटें बनाई जा रही हैं। कंपनी ने कहा कि उसकी 2026 तक भारत में अपने कर्मचारियों की संख्या को दोगुना करके लगभग 25,000 तक पहुंचाने की योजना है। इसके अलावा यह 2025 तक अपने पूरे अंतर-शहरी बेड़े को हरित परिवहन में बदल देगी। डीएचएल सप्लाई चेन के एशिया प्रशांत क्षेत्र के लिए मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) टेरी रयान ने कहा, ”हम भारत में दीर्घकालिक दृष्टिकोण रखते हैं क्योंकि यहां पर व्यवसायों के पास आशावादी होने की अनेक वजह है।” डीएचएल सप्लाई चेन, जर्मनी के डीपीडीएचएल समूह का एक हिस्सा है।