Rajasthan Crime : देश में बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं का नारा तो जोर शोर से दिया जाता है, लेकिन इसके बाद भी देश में बेटा और बेटी के बीच फर्क खत्म नहीं हो पाया है। केंन्द्र से लेकर कई राज्य सरकारे बेटियों को आगे बढ़ाने के काम पर जोर दे रही है तो वहीं घर में बेटी होने की खुशी नहीं है। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के चूरू से सामने आया है। यहां घर में बेटी होने के चलते घर के बुजुर्ग ने सुसाइड कर ली।
जानकारी के अनुसार पूरा मामला जिले के घणाउं गांव से जुड़ा हुआ है। घणाउं निवासी 50 वर्षीय रामकुमार बाजीगर ने मंगलवार को खेत पर जहर खाकर आत्महत्या कर ली। रामकुमार के बेटे रणवीर ने बताया कि उसके भाई मुकेश की शादी वर्ष 2019 में हुई थी। शादी के बाद उनके पहली लड़की हुई थी। इससे उसके पिता नाराज रहने लगे। मुकेश की पत्नी जब दूसरी गर्भवती हुई तो उन्होंने पोते की आस पाल रखी थी।
अस्पताल में तोड़ा दम
मंगलवार सुबह करीब पांच बजे डिलीवरी हुई। लेकिन दूसरी बार भी लड़की पैदा हुई। यह बात रामकुमार को इतनी नागवार गुजरी कि उसने पोती के जन्म के ढाई घंटे बाद पहले तो गुस्से में आकर शराब पी। बाद में खेत में जाकर कीटनाशक खा लिया। इसकी सूचना मिलने पर परिजन रामकुमार को तत्काल जिला अस्पताल में लेकर पहुंचे। वहां उसने इमरजेंसी वार्ड में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इसकी सूचना पर अस्पताल चौकी पुलिस वहां पहुंची और मृतक के परिजनों से मामले की जानकारी ली। परिजनों ने पुलिस कार्रवाई से इनकार दिया।