भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ते अपराध चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। हाल ही में प्रदेश की राजधानी भोपाल में साढ़े तीन साल की बच्ची से हुई कथित अश्लीलता का मामला छाया हुआ है। इस मामले के बाद परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा है कि बस में होने वाली वारदातों को रोकने के लिए जल्द ही कमांड सेंटर शुरू किए जाएंगे वहीं शिक्षण संस्थानों की सभी बसों में सीसीटीवी लगाने की भी बात मंत्री गोविंद सिंह ने कही है। परिवाहन मंत्री के इस फैसले से स्कूल बसों में होने वाली छेड़छाड़ और हैवानियत जैसी घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकेगा।
बच्चियों से हैविनियत में एमपी टॉप पर
यहां आपको बता दें कि प्रदेश में मासूम बच्चियों से हैवानियत के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे। एक जानकारी के मुताबिक बच्चियों से दुष्कर्म मामले में MP टॉप पर। यह खुलासा NCRB की ताजा रिपोर्ट में हुआ है। 2021 में देश में बच्चियों से दुष्कर्म के 33 हजार 36 मामले दर्ज हुए थे, जिसमें अकेले MP में 3 हजार 515 मामले दर्ज हुए हैं। वहीं ज्यादती के 6 हजार 462 मामले MP में दर्ज हुए। 2020 में 5 हजार 598 दुष्कर्म के केस रजिस्टर हुए थे। इनमें 3 हजार 259 केस नाबालिग बच्चियों के थे।
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