Railway Shoe Polish Tender : भारतीय रेलवे ने हाल ही में एक आदेश जारी किया है। यह आदेश रेलवे स्टेशनों पर जूता पॉलिस (Railway Shoe Polish Tender) करने वालों के लिए किया गया है। जारी आदेश के अनुसार रेलवे परिसर में जूता पॉलिस (Railway Shoe Polish Tender) करने वालों को अब अनुभव प्रमाण पत्र देना होगा, इसके साथ ही उन्हें 51 हजार रूपए की अमानत राशि भी रेलवे को देनी होगी। इसके बाद ही जूता पॉलिस (Railway Shoe Polish Tender) करने वालों को रेलवे परिसर में जूता पॉलिस करने का टेंडर (Railway Shoe Polish Tender) मिलेगा।
दरअसल, भारतीय रेलवे ने जूता पॉलिस (Railway Shoe Polish Tender) करने वालों से कमाई का जरिया निकाला है। अभी फिलहाल एक रेलवे स्टेशन पर करीब 10 लोग अलग-अलग जगहों पर बैठकर जूता पॉलिस (Railway Shoe Polish Tender) करते है। रेलवे ने यह टेंडर तीन साल के लिए जारी किया था, लेकिन टेंडर की राशि कम थी। पर अब रेलवे ने टेंडर की राशि बढ़ाकर फिर से टेंडर जारी किया है।
ऐसे होती है रेलवे की कमाई
आपको बता दें कि भारतीय रेलवे प्लेटफॉर्म पर कैंटिन, बुक स्टॉल, एडवरटाइजिंग बोर्ड के टेंडर जारी कर कमाई करता है। भारत के अधिकांश बड़े रेलवे प्लेटफॉर्मो पर 20 से अधिक स्टॉल है। इन स्टॉलों को रेलवे 03 से 05 साल तक के लिए टेंडर जारी करता है। रेलवे को एक स्टॉल से करीब 15 लाख रूपये की आय होती है। इसके अलावा 18 फीसदी जीएसटी का भी भुगतान करना होता है। इतना ही नहीं रेलवे ने अपने होटलों को भी रेंट पर दे रखा है जिससे अच्छी खासी इनकम हो जाती है।
क्या है टेंडर की शर्ते
टेंडर (Railway Shoe Polish Tender) के अनुसार काम लेने वालों को केवल रायपुर स्टेशन पर ही जगह आवंटित की जाएगी। जूता पॉलिस (Railway Shoe Polish Tender) वालों को स्वंय का बाक्सेस, यूनिफार्म, बैज और पॉलिश सामग्री लेनी होगी। ठेका एजेंसी को ठेके की राशि का 10 फीसदी पैसा सुरक्षा निधि के तौर पर बैंक गांरटी के रूप में जमा करना होगा। टेंडर (Railway Shoe Polish Tender) से सबंधित अन्य जानकारी भारतीय रेलवे की बेवसाइट पर जाकर ली जा सकती है।