नई दिल्ली। पूरे देश में 5 सितंबर को Teacher’s Day 2022 डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के happy teachers day 2022 जन्म दिवस के रूप में शिक्षक दिवस मनाया जाएगा। स्कूलों की बात हो या कॉलेजों की सभी जगह विद्यार्थी अपने शिक्षक के प्रति आभार जताते हैं। यदि आप भी डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के अनमोल वचनों को अपनाना चाहते है तो चलिए आज हम आपको बताते हैं उनके अनमोल वचन।
डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जीवन परिचय –
आपको बता दें डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उन्होंने अपने 40 साल से ज्यादा का जीवन शिक्षक के रूप में बिताया था। वे एक महान शिक्षाविद और वक्ता थे लेकिन इसी के साथ ही हिंदू विचारक भी थे। डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के पिता का नाम सर्वपल्ली वीरास्वामी और माता का नाम सीताम्मा थ। उनके पिता पिता सरकारी नौकरी में थे। एक राजस्व विभाग में वैकल्पिक कार्यालय में कार्यरत थे। शिक्षा को लेकर पूर्व राष्ट्रपति के विचार बेहद प्रगतिशील थे। हमेशा अपने छात्रों के हित के बारे में सोचते थे। राष्ट्रपति बनने के बाद छात्रों ने उनका जन्म दिन मनाने की इच्छा प्रकट की। लेकिन उन्होंने मना कर दिया। उनका कहना था कि यह दिवस शिक्षक को समर्पित करके मनाएं। तभी से शिक्षक दिवस मनाने का कार्यक्रम शुरू हुआ।
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के 10 अनमोल वचन –
- शिक्षक वह नहीं जो छात्र के दिमाग में तथ्यों को जबरन ठूसे, बल्कि चुनौतियों के लिए तैयार करें।
- भगवान की पूजा नहीं होती बल्कि उन लोगों की पूजा होती है जो उनके नाम पर बोलने का दावा करते हैं।
- शिक्षक के द्वारा ही मानव मस्तिष्क का सदुपयोग किया जा सकता है।
- शिक्षा का परिणाम एक मुक्त रचनात्मक व्यक्ति होना चाहिए। जो कठिन परिस्थितियों के विरुद्ध लड़ सके।
- किताबें पढ़ने से हमें एकांत में विचार करने की आदत और सच्ची खुशी मिलती है।
- ज्ञान हमें शक्ति देता है और प्रेम हमें परिपूर्णता देता है।
- जीवन का सबसे बड़ा उपहार एक उच्च जीवन का सपना है।
- धन, शक्ति और दक्षता केवल जीवन के साधन हैं। खुद जीवन नहीं।
- कला मानवीय आत्मा की गहरी परतों को उजागर करती है।
- हर्ष और आनंद से परिपूर्ण जीवन केवल ज्ञान और विज्ञान के आधार पर संभव है।