नई दिल्ली। Reliance Capital कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल लिमिटेड (RCL) के लिए बोलियां देने की समयसीमा सोमवार को खत्म होने जा रही है लेकिन इस बीच निवेशकों को कंपनी की सबसे मूल्यवान इकाई रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी के शेयरों को लेकर बनी भ्रम की स्थिति ने चिंता में डाल दिया है।
दरअसल आरसीएल की दिवालिया प्रक्रिया के तहत प्रशासक रिलायंस जनरल को भी लाना चाहता है लेकिन सूत्रों की मानें तो आईडीबीआई ट्रस्टी ने समाधान प्रक्रिया के लिए जनरल इंश्योरेंस के शेयर जारी करने से इनकार कर दिया है। सूत्रों ने बताया कि रिलायंस जनरल के शेयरों को लेकर बनी भ्रम की स्थिति ने निवेशकों को बोलियां देने को लेकर असमंजस में डाल दिया है।
आईडीबीआई ट्रस्टीशिप जो क्रेडिट सुइस की ओर से डिबेंचर न्यासी के तौर पर काम कर रही है उसने रिलायंस जनरल में रिलायंस कैपिटल की शत-प्रतिशत हिस्सेदारी को नवंबर, 2019 में भुना लिया था और इसके शेयर अपने खाते में स्थानांतरित कर दिए थे। इससे पहले कर्जदाताओं की समिति बोलियां देने की समयसीमा पांच बार बढ़ा चुकी है क्योंकि आरसीएल की समाधान प्रक्रिया में केवल चार से पांच कंपनियों ने ही दिलचस्पी दिखाई। इनमें पीरामल, टॉरेंट, यस बैंक और इंडसइंड बैंक शामिल हैं।