UJJAIN: अंतरष्ट्रीय जूनियर वर्ल्ड महिला कुश्ती प्रतियोगिता मैं उज्जैन की प्रियांशी प्रजापत ने कांस्य पदक जीता है जीत के बाद मध्य प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रियांशी प्रजापत का सम्मान किया इस दौरान समाज और उज्जैन के कुश्ती एसोसिएशन ने प्रियांशी की हौसला अफजाई की। मंत्री मोहन यादव ने प्रियांशी की कॉलेज फीस माफ की ओर 21 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दी है।
खबर और विस्तार से Junior World Women’s Championship
विश्व जूनियर की कुश्ती में उज्जैन की प्रियांशी प्रजापत ने भारत का गौरव बढ़ाया और कांस्य पदक दिलाकर उज्जैन का नाम गौरवान्वित किया है। उज्जैन की प्रियांशी प्रजापत बुल्गारिया में सम्पन्न हुई विश्व जूनियर डी वर्ल्ड कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लिया था। जीत पर जीत होने के बाद उज्जैन जिला कुश्ती संघ के अध्यक्ष की ओर से सम्मान समारोह आयोजित किया गया इस अवसर पर मध्य प्रदेश के कुश्ती संघ के अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री डॉ मोहन यादव ने भी प्रियांशी का माला और साफा पहनाकर सम्मान किया पहली बार महिला कुश्ती में उज्जैन की बालिका ने यह पद हासिल किया है जिसको लेकर शहरवासियों में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है उज्जैन की कई संस्था और समाज में प्रियांशी को करीब एक लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि भेट की है। उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि नई शिक्षा नीति में खेल को भी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया है। जो बच्चे खेल में आगे जाएंगे उन्हें अलग से प्रमोट किया जाएगा। सरकार ऐसे बच्चों के लिए आगे भी बहुत कुछ करेगी।
प्रियांशी ने मीडिया से किया संवाद
अंतररष्ट्रीय जूनियर वर्ल्ड महिला कुश्ती प्रतियोगिता जीतने के बाद प्रियांशी प्रजापत ने मीडिया से चर्चा में कहा कि 5 से 6 साल की उम्र में ही पिताजी ने रेसलर बनवाया था तभी से कुश्ती की प्रेक्टिस कर रही हूं आज अंतरराष्ट्रीय जूनियर वर्ल्ड महिला कुश्ती प्रतियोगिता में पद हासिल करने पर गर्व फिल हो रहा है। 50 देशों के कुश्ती के खिलाडी आए थे इनमें से कजाकिस्तान जापान यूक्रेन के खिलाड़ियों से कुश्ती हुई थी। उन्होंने कहा की समस्या तो कई आती है लेकिन डाइट को लेकर विशेष रूप से समस्या आती है। लड़कियों को कुश्ती में डालने के लिए परिवार वालों को कई बार लोगो ने माना किया था। कुश्ती के लिए पापा ने बहुत सपोर्ट किया है। सरकार और फेडरेशन ने मदद की है खासकर कुश्ती फेडरेशन के सचिव पप्पू यादव काफी मदद करते हैं। इसी वजह से मध्य प्रदेश के खिलाड़ी ज्यादा मैडल ला रहे हैं Junior World Women’s Championship।