Sports News: खेल जगत से बड़ी खबर सामने आ रही है जहां पर भारत के ओलिंपिक चैंपियन जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ( Neeraj Chopra) ने फिर एक बार कीर्तिमान रचा है जहां पर उन्होंने लुसाने डायमंड लीग में इतिहास रचते हुए अपने पहले ही थ्रो में 89.08 मीटर दूर जैवलिन फेंककर जीत दर्ज की। इसके साथ ही वे डायमंड लीग मीटिंग खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं।
कई प्रतिस्पर्धाओं के लिए किया क्वालिफाई
आपको बताते चलें कि, खिताब जीतने के बाद अब नीरज डायमंड लीग फाइनल के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है। यह 7 और 8 सितंबर को स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में होगा। वे अगले साल होने वाली वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए भी क्वालिफाई कर गए हैं। बताया जा रहा है कि, नीरज को वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जेवलिन फाइनल के दौरान चोट लगी थी। वे अपनी जांघ पर पट्टी लपेटते भी नजर आए थे। तब भी उन्होंने 88.13 मीटर दूर जेवलिन फेंककर सिल्वर मेडल जीता था। वहीं पर एक महीने के आराम की सलाह दी गई। इसके चलते वे कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा नहीं ले पाए थे।
स्टॉकहोम में भी रचा था ऐसा ही कीर्तिमान
आपको बताते चले कि, नीरज चोपड़ा ने स्टॉकहोम में हुई डायमंड लीग में 89.94 मीटर के थ्रो के साथ नया नेशनल रिकॉर्ड बनाया था। यह उनका पर्सनल बेस्ट रिकॉर्ड भी था। इसके अलावा उनका शानदार प्रदर्शन हमने टोक्यो ओलंपिक में देखा था जहां पर उन्होने सोने के पदक पर निशाना लगाया था। जिसमें ग्रोइन एंजरी की बात पता लगी। ऐसे में नीरज चोपड़ा को एक महीने के आराम की सलाह दी गई। इसके चलते वे कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा नहीं ले पाए थे। तब उन्होंने एक पोस्ट लिखकर कहा था कि वे निराश है कि कॉमनवेल्थ की ओपनिंग सेरेमनी में तिरंगा नहीं थाम पाएंगे।