झारखंड ।CM Hemant Soren सियासी गलियारे में झारखंड की राजनीति पर सबकी निगाहें टिकी है जहां पर एक बार फिर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की कुर्सी जाएंगी या बरकरार रहेगी इस पर संशय बना हुआ है। वही पर खबरें यह भी मिल रही है कि, वे जल्द अपने पद से इस्तीफा दे सकते है।
22 सालों के इतिहास में होगा पहली बार
आपको बताते चलें कि, सीएम सोरेन अपने पद से हटते है तो ये झारखंड के 22 सालों के इतिहास में 11वीं बार होगा जब कोई मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सका है। आपको बताते चलें कि, आज का दिन बेहद खास है जहां पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की विधानसभा सदस्यता रद्द करने के मामले में फैसला होगा। बताया जा रहा है कि, इसे लेकर राज्यपाल रमेश बैस (Ramesh Bais) ही फैसला लेगे यहां पर बताते चलें कि, सीएम रहते हुए अपने नाम पर माइन्स को लीज पर लिया था. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और बीजेपी ने इसे ऑफिस ऑफ प्रॉफिट और जन प्रतिनिधित्व कानून का उल्लंघन बताते हुए राज्यपाल रमेश बैस को लिखित शिकायत की थी. इस पर राज्यपाल ने केंद्रीय निर्वाचन आयोग से मंतव्य मांगा था जिसके बाद कार्रवाई हुई है।
इन विकल्पों का ले सकते है सहारा
बताया जा रहा है कि, अपनी कुर्सी बचाने के लिए सीएम सोरेन के पास अभी भी विकल्प मौजूद है जिसमें वे राज्यपाल का फैसला प्रतिकूल होने पर हेमंत सोरेन सुप्रीम कोर्ट जाकर त्वरित सुनवाई की गुहार लगा सकते हैं तो वहीं पर इस्तीफा सौंपने के बाद फिर से सरकार बनाने का दावा पेश करके दोबारा मुख्यमंत्री बन सकते हैं, क्योंकि उनके गठबंधन के पास फिलहाल पर्याप्त बहुमत है. झारखंड में सरकार में बने रहने के लिए 42 विधायकों का संख्या बल जरूरी उनके पास 50 विधायक है। इसके अलावा खबर यह भी आ रही है कि, उनकी पत्नि को भी वे प्रभार सौंप सकते है।