नई दिल्ली। उत्तर रेलवे 14 जुलाई को भारी बारिश के कारण कांगड़ा घाटी रेलवे छोटी लाइन (नैरो गेज) पर ट्रेन सेवाओं को बहाल करने की योजना पर काम कर रहा है। रेलवे की ओर से बुधवार को एक बयान में यह जानकारी दी गई है। मॉनसून के इस मौसम में कांगड़ा में हुई जबरदस्त बारिश से भूस्खलन हुआ, पत्थर गिरे और बाढ़ आई, जिसकी वजह से कई स्थानों पर पठानकोट- जोगिंदर नगर कांगड़ा घाटी रेलवे लाइन और पुल आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गये थे। उत्तर रेलवे ने कहा कि इस कारण इस लाइन पर ट्रेनों के संचालन को 14 जुलाई से स्थगित करना पड़ा। क्षेत्रीय रेलवे ने कहा कि डलहौजी रोड और नूरपुर के बीच चक्की नदी पर पुल (संख्या 32) 31 जुलाई को अचानक आई बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था।
बयान में कहा गया है कि इस संबंध में उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने 16 अगस्त को पंजाब के मुख्य सचिव के साथ बैठक की थी और मरम्मत कार्यों के लिए उन्होंने हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव के साथ बैठक करने का भी अनुरोध किया है। इसमें कहा गया है, ‘‘भारतीय रेलवे यात्रियों को सुरक्षित और समय पर सेवा प्रदान करने पर अपना ध्यान केंद्रित रखता है। रेल लाइन और पुल 32 के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत और पुनर्निर्माण की योजना बनाई गई है और इसे कम से कम संभव समय में पूरा किया जाएगा।’’
बयान में कहा गया है कि इस बीच, रेलवे ने ट्रैक के उस हिस्से में सेवाओं को फिर से शुरू करने की योजना बनाई है, जो प्रभावित नहीं हुआ है और पठानकोट-डलहौजी रोड और नूरपुर रोड-जोगिंदर नगर के बीच सेवाओं को फिर से शुरू किया जाएगा। रेलवे ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इन ट्रेन सेवाओं को फिर से शुरू करने और पुल 32 की मरम्मत और पुनर्निर्माण के लिए कार्य योजना की समीक्षा की है।