Mumbai : Share Market में Active traders को सभी Decisions सोच समझ के लेने चाहिए,ताकि उन्हें market में ज़्यादा फायदा और कम नुकसान हो। लेकिन सही Decisions लेने से पहले ये ज़रूरी है की आप आगे आने वाले उन सभी फैक्टर्स को समझ ले जो आपकी Trading पर असर डालने वाले है। फैक्टर्स तो अनगिनत भी हो सकते है पर हम आपको वही फैक्टर्स बातएंगे जिनका प्रभाव या आसार आपके trade पर सीधा पड़ सकता है |
Double Expiry का नफ़ा नुकसान
इस गुरुवार यानी की 25 अगस्त को weekly expiry के साथ साथ monthly Expiry भी है| महीने की आखिरी expiry होने के कारण तीनो सूचकांकों B.S.E का सेंसेक्स, NSE का निफ़्टी और बैंक निफ़्टी में भारी उतार चढ़ाव देखने को मिल सकते है| पिछले हफ्ते ही सेंसेक्स ने 60000 के आंकड़े को पार ज़रूर किया था पर हफ्ते के अंत में 59646 पर आकर बंद हो गया | इस हफ्ते हो सकता है Bulls और Bears 60000 के मानसिक आंकड़े के लिए लड़ते नज़र आए | इसलिए अमूमन Market Experts के द्वारा ये सलाह दी जाती है की Beginners को Monthly Expiry को Avoid करना चाहिए, नहीं तो उन्हें भारी नुक्सान भी उठाना पड़ सकता है |
अंतराष्ट्रीय कारण कर सकते है प्रभावित
न केवल भारतीय Share Market बल्कि दुनिया के सभी महत्वपूर्ण Share Market अपने उच्च सस्तर पर है| इसलिए अगर किसी एक बाजार में भी उथल पुथल नज़र आती है तो इसका असर भारतीय बाज़ारो समेत दुनियाँ के सभी बाज़ारो पर पड़ेगा इसके अलावा डॉलर के मजबूत होने , क्रूड ऑइल (कच्चा तेल ) के दामों में बढ़ोतरी और विदेशी निवेशकों के अपना पैसा भारतीय शेयर बाज़ारो से वापस निकालने के कारण इस हफ्ते बाजार में थोड़ी ज़्यादा हल चल दिख सकती है