(शाजापुर से आदित्य शर्मा की रिपोर्ट)
शाजापुर, निप्र। सेवा मानवता का धर्म है यह सद्गुण केवल इंसानों में ही पाया जाता हैं, पशुओं में सेवा की प्रवृत्ति नहीं होती है। एक इंसान जब वृद्ध हो जाता है और उसका शरीर भी साथ नहीं देने लगता है, तो जो व्यक्ति उनका ख्याल रखता है। उसे सेवा कहा जाता है यह बात वरिष्ठ समाजसेवी व पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामवीरसिंह सिकरवार ने स्थानीय लालघाटी बापूकी कुटिया स्थित वृद्धजन सेवा निकेतन में स्व.चन्द्रावली सिकरवार (जीजी) की आठवीं पुण्यतिथि पर आयोजित सामग्री वितरण कार्यक्रम के दौरान कही। उन्हौने कहा कि वृद्ध जन हमारे परिवार की शोभा, ज्ञान के भंडार रूपी धरोहर होते हैं। जीवन के विपरीत हालातों में वे हमें अपने जीवन अनुभव का लाभ प्रदान करते हैं। हमारे लिए वो किसी धरोहर से कम नहीं हैं, मगर व्यस्त जीवन में आजकल की संतानें अपने बूढ़े मां बाप की सेवा या सम्मान का ख्याल नहीं करते है जो कि अनुचित है।
श्री सिकरवार ने कहा कि यह एक प्रकार की ऋण अदायगी एवं परोपकार से प्रेरित कर्म हैं जो हरेक मानव को पूर्ण निष्ठां के साथ निभाना चाहिए। इस दौरान नागनागनी रोड स्थित अखंड आश्रम में श्रद्धांजलि भी दी गई व निराश्रीतो को भोजन प्रसादी व अन्य सामग्रियों का वितरण भी किया गया।
इस अवसर पर डॉ.पराग जैन, अखिल भारतीय क्षत्रीय महासभा जिला अध्यक्ष नरेश्वरप्रताप सिंह, जगतसिंह सिसोदिया, शंकरसिंह परिहार,
पार्षद प्रतिनिधी निरज वैष्णव, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष इरशाद खान, वरिष्ठ पत्रकारगण मनोज पुरोहित, आदित्य शर्मा, वरिष्ठ नेता दीपक निगम, जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती स्मिता सोंलकी, भारत सिंह राजपूत, चेतन श्रीवास्तव, डीपी मिश्रा, राजवीर सिकरवार, अजेन्द्रसिंह सिकरवार, ज्ञानेन्द्र सिकरवार, जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष जंयत सिकरवार, इरशाद नागौरी आदि उपस्थित थे।