Vidisha : विदिशा जिले की राजपुर में दूषित पानी पीने से 30 से अधिक लोग बीमार हुए हैं…जिन्हें बीना रिफाइनरी के हॉस्पिटल और कुछ लोगों को भोपाल भी भेजा है.घटनास्थल पर विदिशा का स्वास्थ्य अमला, पीएचई विभाग का अमला पहुंच गया है पानी का सेंपल टेस्ट के लिए भेजा गया है.
क्या है पूरा ममला
ग्राम राजपुर में पानी पीने के लिए ग्रामीण जनों को एकमात्र हैंडपंप का सहारा है और इस हैंडपंप पर एक मोटर डालकर सभी घरों में पाइप के द्वारा पीने के लिए पानी पहुंचाया जाता है लेकिन भारी गंदगी और नल की कभी सफाई ना होने की वजह से लगातार पानी दूषित होता रहा और इसका सेवन ग्रामीण जन करते रहे और अब उनके बीमार होने की जानकारी प्रशासन को लगी तब फौरन ही विदिशा सीएमएचओ उनका स्वास्थ्य अमला पीएचई के ऑफिसर तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे हैं पानी की टेस्टिंग की जा रही है और फिलहाल हैंड पंप से मोटर निकालकर उस हैंडपंप को पूरी तरीके से बंद कर दिया गया है.गौरतलब है कि ग्रामीण जनों के पेयजल का एकमात्र यही साधन है अब दूषित पानी पीने से बीमार हुए लोगों की खबर के बाद पीएच ई यहां नल जल योजना की रूपरेखा तैयार करवा रही है और टेंडर डालने की बात अब सामने आ रही है
स्थानीयों ने बताया पूरा हाल
स्थानीय ग्रामीणों की माने तो वह कई सालों से हैंडपंप में आसपास गंदगी और उसके अंदर कचरे होने की बात अपने सरपंच से कहते आए हैं लेकिन शिकायत के बाद भी उनकी समस्या का निराकरण नहीं हुआ लिहाजा पर पानी पीते रहे और आज स्थिति ऐसी आ गई कि इस दूषित पानी को पीने से 30 से अधिक लोग बीमार हुए हैं ग्रामीण जनों के अनुसार बीना रिफाइनरी के अस्पताल में भोपाल और विदिशा भी लोगों को भेजा गया है. ग्रामीण जन के मुताबिक उनके पेयजल की यही एकमात्र साधन है
प्रशासन ने की कार्रवाई
दूषित पेयजल की खबर लगने के बाद फौरन ही स्वास्थ्य अमला और पीएचई मैग्मा घटनास्थल पर पहुंचा है जैसा कि अमूमन होता है घटना के बाद प्रशासन जागता है और यहां भी ऐसा ही हुआ जब पीएचई ऑफिसर संतोष साल्वे यह कहते हैं सोने जा रहे हैं कि हम नल जल योजना का टेंडर करने जा रहे हैं अभी ग्रामीणों ने इसी हैंडपंप में मोटर डाल रखी थी उसी का पानी पीते थे हम पानी की टेस्टिंग कर रहे हैं वही सीएमएचओ जो घटनास्थल पर पहुंचे हैं उनके मुताबिक वह ग्रामीणों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं सभी एडमिट है.