RAIPUR EARTHQUAKE: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से करीब 40-45 कीले मीटर दूर गुरुवार की सुबह 11:30 बजे भूकंप के झटके महसूस हुए । लोगों को धरती हिलती हुइ लगी।भूकंप महसूस होते ही लोग अपने घरों से निकल कर खुदको सुरक्षित करने लगे। छत्तीसगढ़ के मौसम वैज्ञानिक ने इसकी पुष्टि की है। रिएक्टर स्केल पर इसकी क्षमता 4.7 थी। इस लिहाज से यह अब तक छत्तीसगढ़ के किसी हिस्से में सबसे ज्यादा तीव्रता वाले भूकंप के झटके हैं। एक महीने के अंदर यहां तीसरी बार भूकंप के झटके लगे हैं।
इससे पहले जुलाई में दूसरी बार बैकुंठपुर में भूकंप के झटके महससू किए गए। इससे पहले 11 जुलाई को 4.3 तीव्रता का झटका आया था। उस समय जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ था। तब भी दो सेकेंड के लिए ही झटके लगे थे और केंद्र बैकुंठपुर से पश्चिम-उत्तर दिशा में 16 किमी दूर और जमीन से 10 किमी अंदर था। इससे पहले 16 मार्च को भी अंबिकापुर संभाग में भूकंप के झटके महसूस किये गए थे। तब रिक्टर पैमाने पर 3.1 तीव्रता के भूकंप मापा गया था।
दरअसल नर्मदा-सोन भ्रंश (फाल्ट जोन) एवं तातापानी भ्रंश के आसपास के क्षेत्र में प्लेट टेक्टोनिक गतिविधियां होती रहती हैं। इसके कारण भूकंप के झटके लग रहे हैं। भूकंप आने के पीछे इस बार भी यही कारण माना जा रहा है। आपदा प्रबंधन भारत सरकार एवं भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) द्वारा अंबिकापुर एवं उत्तरी छत्तीसगढ़ को भूकंप ग्रसित क्षेत्र में दर्शाया गया है, हालांकि इसे कम तीव्रता वाले क्षेत्र में रखा गया है, लेकिन इस बार भूकंप की तीव्रता ने सबको चौंकाया है।