Bansal News : शादी से पहले ऐसे कई देश है जहां वर्जनिटी को काफी महत्व देते है। कुछ देश ऐसे भी है जहां महिलाओं या लड़कियों को शादी से पहली वर्जनिटी टेस्ट करनी होती है। भारत में समय के साथ ये प्रथा काफी हद तक बदली है लेकिन अभी दुनिया में बहुत सारे देश ऐसे है जहां अब भी इस प्रथा को लोग मानते है। इन देशो में शादी से पहले महिलाओं या लड़कियों को वर्जिनिटी टेस्ट करवानी होती है।
भारत ही नहीं दुनिया के ऐसे बहुत से देश है जो पुरानी परंपरा को ढोते आ रहे है इन सभी परम्परों में महिलाओं को ही परेशानी का सामना करना पढता है। उन्ही में से एक है महिलाओं का वर्जिनिटी टेस्ट करना ,महिलाओं का तो वर्जिनिटी टेस्ट किया जा सकता है। लेकिन पुरषों की वर्जिनिटी टेस्ट करने का कोई मापदंड नहीं है।
बदलते समय के साथ ये चीज़े काफी काम हुई है लेकिन अभी भी ये समाज का हिस्सा है पूरी तरह ख़त्म नहीं हुई है। भारत में तो अब ऐसे मामले यदा-कदा ही देखने को मिलते है। लेकिन आज हम ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे है जहां अभी भी ये प्रथा काफी ज्यादा प्रचलन में है। यहां देहज भी वर्जिनिटी के आधार पर ही तय किया जाता है।
आज हम बात कर रहे है ईरान की जहां आज भी ऐसे बहुत से मामले सामने आते है जिसमे शादी से पहले महिलाओं और लड़कियों के लिए वर्जिनिटी टेस्ट करना अनिवार्य रहता है। सबसे बड़ी बात इस टेस्ट में ये रहती है कि बिना किसी मेडिकल बेसिस के ही महिलयों को ये टेस्ट करवाने को फाॅर्स किया जाता है। अगर कोई लड़की या महिला ये टेस्ट में फेल हो जाती है तो उसे हाइमन रिपेयर सर्जरी करवाने के लिए बाध्य किया जाता है। ईरान में ऐसे कई केश देखे गये है जहां इस टेस्ट में फेल हो जाने पर महिलाओं और लडकियों को जान से भी मार दिया जाता है।
महिलाओं को जबरदस्ती कराया जाता है ये टेस्ट ईरान की महिलाओं बताया कि उन्हें यह कैरेक्टर सर्टिफिकेट टेस्ट कराना बेहद मुश्किल है उन्हें इसके लिए अजीबोगरीब टेस्ट से गुजरना पड़ता है। लेकिन परिवार के दबाव में मज़बूरी में उन्हें ऐसा करना पढता है।
डॉक्टर्स भी इस बात से काफी परेशान रहते है।डॉक्टर्स के अनुसार इस टेस्ट को करने के लिए लड़के वाले लड़की के परिवार पर इस टेस्ट को करने का दबाव बनाते है। 90 फीसदी मामलों ऐसे सामने आते है जिनमे यह टेस्ट लड़की के परिवार वाले करवाना चाहते हैं। डॉक्टर ने बताया कि कई बार जब लड़के हमारे क्लिनिक में आते हैं तो मुझे ये सोचकर हैरानी होती है कि वे खुद इस पैमाने पर कितने खरे उतरते हैं? क्या उन्होंने सच में कुछ नहीं किया? लेकिन फिर भी वो लड़कियों का वर्जिनिटी टेस्ट कराना चाहते है।