DELHI LIQUOR SHOP NEWS: दिल्ली के शराब कारोबारियों ने सरकार की नीतियों को ध्यान में रखते हुए शराब की दुकानें बंद करने का फैसला लिया हैं क्योंकि शराब कारोबारियों को इस काम में नुकसान उठाना पड़ रहा है। वे अपने लाइसेंस सरकार को वापस कर रहे हैं।
शराब पीने के शौकीनों के लिए और शराब (Liquor) का व्यापार करने वालों के लिए बुरी खबर है। कई दिनों में शराब की दुकानें बंद हो सकती हैं। कहा जा रहा है कि 9 महीनों के अंदर दिल्ली में 200 से ज्यादा दुकानों पर ताला लगा है और दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति को आए अभी 9 महीने भी नहीं हुए हैं।
शराब कारोबारियों का कहना है कि न सरकार अपनी नीतियों को समझती है और ना ही सही से लागू कर पाती है। पहले सरकार ने शराब (Liquor) पर डिस्काउंट देने की छूट खुद दी फिर सरकार ने खुद इसे हटा दिया। इसके बाद सरकार ने फिर से शराब पर डिस्काउंट लागू किया , जिससे कारोबारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा। कारोबारियों ने ये भी कहा कि सरकार ने कई ब्रांड्स पर रोक लगाई, जिससे उनकी बिक्री पर गहरा असर पड़ा। कई लोगों ने अपनी मनपसंद शराब का ब्रांड नहीं मिलने पर उनकी दुकानों से शराब लेना बंद कर दिया।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि नई शराब नीति से किसी का कोई घोटाला या नुकसान नहीं हुआ है। दिल्ली के अफसरों को सीबीआई और ईडी ने डरा रखा है। बीजेपी की धमकियों से ईडी के अफसर डरे हुए हैं। नई शराब नीति के बाद दिल्ली में एक भी नई दुकान नहीं बढ़ी है।
क्या है पॉलिसी
17 नवंबर साल 2021 में दिल्ली सरकार ने नई निति लाई थी जिसके तहत दिल्ली की सभी सरकारी और प्राइवेट शराब की दुकानों को बंद किया गया था और नए तरीके से टेंडर जारी किए गए थे। इस पॉलिसी के तहत सरकार का कहना था कि उसे ज्यादा राजस्व मिलेगा और शराब माफियाओं पर रोक लगेगी।